
लॉस एंजिलिस: अमेरिका के लॉस एंजिल्स शहर में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। यहां लगातार हो रही हिंसा की वजह से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस बीच पुलिस ने शहर में बड़ी कार्रवाई करते हुए कर्फ्यू की पहली रात को 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। लॉस एंजिल्स में बड़े पैमाने पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इमीग्रेशन पॉलिसी के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शन को दौरान कई स्थानों पर हिंसा और आगजनी भी हुई है।
प्रदर्शनकारियों ने लूट लिया एप्पल स्टोर
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हथियारों का भी इस्तेमाल किया है। अधिकारियों ने बताया कि हालात को देखते हुए तोड़फोड़ और चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए कर्फ्यू लगाना जरूरी था। इमीग्रेशन पॉलिसी का विरोध करते हुए प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को एप्पल के शो रूम में लूटपाट भी थी। एप्पल के शो रूम में हुई लूटपाट का वीडियो भी सामने आया है।
लॉस एंजिल्स में आपातकाल की घोषणा
इस बीच बता दें कि, लॉस एंजिल्स की मेयर कैरेन बास ने कहा है कि तोड़फोड़ और लूटपाट को रोकने के लिए उन्होंने स्थानीय आपातकाल की घोषणा कर दी है। कर्फ्यू शहर के मुख्य क्षेत्र के एक वर्ग मील (2.59 वर्ग किलोमीटर) इलाके में लागू रहेगा, जिसमें वह क्षेत्र भी शामिल है, जहां शुक्रवार से विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। लॉस एंजिलिस का क्षेत्रफल लगभग 1,295 वर्ग किलोमीटर है।
हिंसा की आग में क्यों झुलसा लॉस एंजिल्स
लॉस एंजिल्स में पिछले कई दिनों से प्रदर्शन के साथ-साथ हिंसा हो रही है। हिंसा यहां ट्रंप प्रशासन की ओर से अवैध घुसपैठियों की गिरफ्तारी शुरू किए जाने के खिलाफ हो रही है। लॉस एंजिलिस के पुलिस प्रमुख जिम मैकडॉनेल ने कहा है कि शहर में जान और माल की रक्षा के लिए कर्फ्यू जरूरी है। (एपी)
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