Saturday, April 20, 2024
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कभी भी फट सकता है यह ज्वालामुखी, लगातार उगल रहा गैस और राख

Volcano of Ecuador Can Erupt Anytime: ज्वालामुखी विस्फोट को आपने भले कभी देखा नहीं हो, लेकिन इसके बारे में पढ़ा और सुना जरूर होगा। ज्वालामुखी विस्फोट होने के खतरे से भी आप वाकिफ होंगे। दरअसल जब कभी ज्वालामुखी विस्फोट होता है तो वह भारी मात्रा में लावा और राख उगलता है। इससे आसपास की धरती आग की तरह धधक कर पिखलने लगती है।

Dharmendra Kumar Mishra Edited By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Published on: November 28, 2022 12:29 IST
ज्वालामुखी की प्रतीकात्मक फोटो- India TV Hindi
Image Source : AP ज्वालामुखी की प्रतीकात्मक फोटो

Volcano of Ecuador Can Erupt Anytime: ज्वालामुखी विस्फोट को आपने भले कभी देखा नहीं हो, लेकिन इसके बारे में पढ़ा और सुना जरूर होगा। ज्वालामुखी विस्फोट होने के खतरे से भी आप वाकिफ होंगे। दरअसल जब कभी ज्वालामुखी विस्फोट होता है तो वह भारी मात्रा में लावा और राख उगलता है। इससे आसपास की धरती आग की तरह धधक कर पिखलने लगती है। साथ ही भारी मात्रा में धुआं और लावे का गुबार उठता है। इससे धरती की प्लेट्स भी इधर-उधर खिसक सकती हैं। यही भूकंप का बड़ा कारण भी बनता है। हम आपको एक ऐसे ही ज्वालामुखी के बारे में बताने जा रहे हैं, जो फटने के कगार पर है।

इक्वाडोर का कोटोपेक्सी ज्वालामुखी कभी भी फट सकता है। यह लंबे समय से गैस, जलवाष्प उत्सर्जन और राख उगल रहा है। इसके साथ ही साथ यहां भूकंपीय गतिविधि में वृद्धि दर्ज की गई है। अधिकारियों के अनुसार इक्वाडोरन जियोफिजिकल इंस्टीट्यूट ने कहा कि रविवार सुबह 5.40 बजे ज्वालामुखी के पास निगरानी कैमरों ने क्रेटर के ऊपर 1.8 किमी तक एक कॉलम देखा। कहा गया कि राख गिरने से राजधानी क्विटो के दक्षिण और आसपास की घाटियां प्रभावित हुई हैं।

ज्वालामुखी वाले क्षेत्रों में कर्फ्यू

संस्थान ने कहा, "उचित उपाय करने और आधिकारिक स्रोतों से मिली जानकारी का पालन करने की सिफारिश की जाती है।" 23 अक्टूबर को येलो अलर्ट जारी किया गया था, जिसका मतलब है मध्यम जोखिम। यह अलर्ट ज्वालामुखी के पास के क्षेत्रों में लागू है, जो सक्रिय है। हालांकि गनीमत है कि यह अभी तक फटा नहीं है। यह ज्वालामुखी समुद्र तल से 5,897 मीटर ऊंचाई पर है, जो देश में दूसरा सबसे ऊंचा ज्वालामुखी है। ज्वालामुखी का अंतिम बड़ा विस्फोट 26 जून, 1877 को हुआ था। 2015 में भी इस ज्वालामुखी में नई गतिविधियां देखी गई थीं, लेकिन यह फटा नहीं था। अब यही ज्वाला मुखी एक बार फिर से गैस और राख उगल रहा है। इससे लोगों में दहशत बढ़ती जा रही है।

 

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