पटना: बिहार की राजधानी पटना में जाने माने व्यवसायी गोपाल खेमका की उनके घर के बाहर ही अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद बिहार में सियासत चरम पर है और विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर हमलावर है। इस हत्याकांड की एक एक कड़ी, हरेक सच का खुलासा आज बिहार की पुलिस ने किया है। पटना में DGP ने आला अधिकारियों के साथ प्रेस कांफ्रेंस की जिसमें हत्याकांड से जुड़ी बातें बताईं। पुलिस ने बताया कि इस हत्याकांड के उद्भेदन के लिए एसआईटी बनाया गया और जांच में कई तरह की बातें सामने आई हैं।
सामने आई हत्या की वजह
पुलिस जांच में सामने आया कि अशोक शाह और गोपाल खेमका के बीच प्रॉपर्टी को लेकर पुराना विवाद था और इस वजह से दोनों के व्यापारिक हित लगातार टकरा रहे थे। करोड़ों की जमीन इस विवाद की वजह है जिसे लेकर लंबे समय से दोनों पक्षों के बीच तनातनी चल रही थी और इसी पुरानी दुश्मनी को खत्म करने के लिए अशोक शाह ने गोपाल खेमका को रास्ते से हटाने का फैसला किया। उसने हत्या के लिए उमेश यादव को चार लाख रुपये की सुपारी दी थी।

डीजीपी ने बताया, कैसे गिरफ्तार किया गया हत्यारा
गोपाल खेमका हत्याकांड पर बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने कहा, "एसटीएफ और पटना पुलिस ने एसआईटी का गठन किया। घटनास्थल पर मिले सुराग और सीसीटीवी सर्विलांस, मोटरसाइकिल की जानकारी और शूटर के हुलिए के आधार पर शहर के सभी सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया। जब तक मोटरसाइकिल का पता नहीं चल गया, तब तक एसआईटी की टीम वहां गई। मोटरसाइकिल की पहचान के बाद उसके मालिक की पहचान की गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया...।"

अशोक शाह ने रची थी हत्या की साजिश
पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने सोमवार को बताया कि इस मामले के सभी आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि गोपाल खेमका की हत्या की वजह जमीनी विवाद सामने आया है। अशोक शाह इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड है। अशोक शाह ने ही गोपाल खेमका को मरवाया। हत्याकांड की साजिश अशोक शाह ने ही रची थी, वो पहले भी कई आपराधिक मामलों में शामिल रहा है। हत्या का मुख्य शूटर उमेश यादव रविवार को पटना शहर से गिरफ्तार किया गया था।