ठंड के मौसम में खतरा सिर्फ ठंड से नहीं होताहै। बल्कि कम पाने पीने से भी शरीर बीमारियों का घर बन सकता है। दरअसल, इस मौसम में प्यास कम लगती है और यहीं से शरीर में बढ़ती है खुश्की, स्किन ड्राई होने लगती है, होंठ फटते हैं, सिर भारी रहता है और धीरे-धीरे डिहाइड्रेशन शरीर के अंदर घर कर लेता है। इलसिए हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं गर्मी हो या सर्दी, शरीर को पानी की जरूरत कभी कम नहीं होती।
जब शरीर में पानी कम होता है तो उसका सबसे पहला असर हमारे नस-नाड़ियों पर पड़ने लगता है। ब्लड गाढ़ा होने लगता है, सर्कुलेशन स्लो हो जाता है, मांसपेशियों में खिंचाव, जकड़न और कई लोगों को हाथ-पैरों में झनझनाहट तक महसूस होती है। यही वजह है कि सर्दियों में जॉइंट पेन, मसल स्टिफनेस ज्यादा ट्रिगर करते है। ऐसे में चलिए बाबा रामदेव से जानते हैं इस मौसम में नसों को कैसे मजबूत बनाएं और एक दिन में कितना पानी पिएं?
मसल्स में ऐंठन क्यों होती है?
जब शरीर में पानी की कमी होती है तो उस वजह से मांसपेशियों में खिंचाव आने लगता है जिससे मसल्स में ब्लड सप्लाई कम होता है और मांसपेशियों के मूवमेंट पर असर पड़ने लगता है। शरीर में न्यूट्रिशंस की कमी, सोडियम,मैग्नीशियम पोटेशियम की कमी भी नसों और मसल्स को कमजोर बनाती है।
मसल्स में किन वजहों से दिक्कत होती है?
सर्दियों के मौसम में ब्लड फ्लो रुकने से, नसों पर दबाव पड़ने से और शरीर में पोषक तत्व की कमी से होने से मसल्स में दिक्कत होने लगती है।
मसल्स की कमजोरी कैसे करें दूर?
मसल्स की कमजोरी दूर करने के लिए रोजाना व्यायाम करें। विटामिन-डी से भरपूर खाना खाएं। दिन में 4-5 लीटर पानी पिएं और रोजाना आंवले का सेवन करें।
नस-मांसपेशी मजबूत बनाए के लिए घरेलू उपाय
नस-मांसपेशी मजबूत बनाए के लिए इन घरेलू उपाय को आज़माए। अपनी डाइट में गिलोय , अश्वगंधा, गुग्गुल, गोखरू और पुनर्नवा को शामिल करें। रोज़ाना ढाई से तीन लीटर पानी पीना ना भूलें और हो सके तो गुनगुना पानी पिएं। ये पाचन सुधारता है, शरीर में नमी बनाए रखता है और अंदर की ठंड को बैलेंस करता हैं।
Disclaimer: (इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।)