नई दिल्ली: बढ़ती हुई असहिंष्णुता पर अब हर तरफ से आवाजें उठने लगी हैं और इसी के साथ बॉलीवुड भी बंटता हुआ नजर आ रहा है। हाल ही शाहरुख खान को इस मुद्दे पर दिए गए अपने बयान के लिए विरोधियों का निशाना बनते देखा गया था और अब आमिर खान पर भी उंगलियां उठ रही है। अनुपम खेर सबसे पहले व्यक्ति बने आमिर का विरोध करने वाले।
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आमिर ने दिल्ली में पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए रामनाथ गोयनका पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में असहिष्णुता के मामले पर अपनी आवाज उठाई थी। आमिर ने पिछले 6-8 महीनों से देश में बढ़ रही ऐसे मामलों पर खुलकर बोला।
उन्होंने बताया कि कैसे असुरक्षा और डर की भावना देश के हर घर और परिवार के दिलों में जगह कर गई है। जानिए उनके पांच बयान जो चिंतापूर्ण हैं और देश के लोगों और सरकारी तंत्र को सोचने पर मजबूर करते हैं-
1. आमिर ने कहा, “मैं जब घर पर किरण से बात करता हूं तो वो कहती हैं कि क्या हमें भारत से बाहर चले जाना चाहिए? किरण का यह बयान देना काफी दुखद एवं हैरान करने वाला था। वो अपने बच्चो की चिंता करती हैं। उन्हें हमारे आसपास के माहौल को लेकर डर है। यहां तक वो प्रतिदिन समाचारपत्र खोलने से भी डरती है। यह बेचैनी बढ़ने की भावना का संकेत है।
2. उन्होंने कहा की विरोध प्रदर्शन इसलिए हुए क्योंकि असहिष्णुता की भावना रचनात्मक समुदायों में बढ़ रही थी और इस पर असुरक्षा और निराशा की भावना भी बढ़ रही है।
अगली स्लाइड में जाने विरोध प्रदर्शन का क्यों समर्थन करते हैं आमिर-