Saturday, April 20, 2024
Advertisement

गुजरात: जब प्रधानमंत्री मोदी और ऑस्ट्रेलियाई PM साथ में देख रहे थे मैच, इस आतंकी ने सबको डरा दिया

8 मार्च को गुजरात के लोगों को रात में फोन किया गया कि वे मैच देखने न जाएं। पुलिस ने 11 सिम बॉक्स और 168 सिमकार्ड बरामद किए हैं। अहमदाबाद साइबर क्राइम पुलिस ने मध्य प्रदेश के सतना से इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

Reported By : Nirnaya Kapoor Edited By : Rituraj Tripathi Updated on: March 14, 2023 18:08 IST
Gujarat- India TV Hindi
Image Source : REPRESENTATIVE PIC आतंकी की आवाज में लोगों को डराया गया

अहमदाबाद: नरेंद्र मोदी स्टेडियम अहमदाबाद में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए चौथे टेस्ट मैच में आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नून की पहले से रिकॉर्ड की गई वॉयस कॉल में नागरिकों को मैच न देखने की धमकी दी गई थी।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथोनी अल्बनीज ने साथ में मैच देखा था। इसने लोगों के मन में दहशत पैदा कर दी और इस तरह की घटना ने धर्मों और समुदायों के बीच संबंधों को खराब करने की कोशिश की।

अहमदाबाद साइबर क्राइम पुलिस ने मध्य प्रदेश के सतना से इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 11 सिम बॉक्स और 168 सिमकार्ड बरामद किए हैं। अहमदाबाद साइबर क्राइम पुलिस ने यूएपीए एक्ट और आईटी एक्ट के तहत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अहमदाबाद साइबर क्राइम पुलिस ने इस मामले में आरोपी को मध्य प्रदेश के सतना से गिरफ्तार किया है।

अहमदाबाद साइबर क्राइम पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथा टेस्ट मैच 9 मार्च को नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाना था।  8 मार्च को गुजरात के लोगों को रात में फोन किया गया कि वे मैच देखने न जाएं। ऑडियो में कहा गया है कि आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नून के नेतृत्व वाले सिख फॉर जस्टिस समूह के लोग स्टेडियम में प्रवेश करेंगे। इससे गुजरात के लोगों में भय और दहशत का माहौल पैदा हो गया। कॉल मुख्य रूप से गुजरात के लोगों को किए गए थे। इस दौरान कुछ ट्वीट भी किए।

अहमदाबाद क्राइम ब्रांच और साइबर क्राइम पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और आरोपी को मध्य प्रदेश के सतना में ढूंढ निकाला। पुलिस ने नरेंद्र और राहुल को सतना से गिरफ्तार किया। खालिस्तानी समूह के आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नून ने दोनों आरोपियों को पहले से रिकॉर्ड की गई वॉयस क्लिप प्रदान की और उन्होंने अवैध टेलीफोन एक्सचेंज के माध्यम से गुजरात के लोगों को कॉल डायवर्ट कर दी।

पुलिस ने बताया कि यह सिलसिला पिछले एक साल से चल रहा था। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि मामले में और कितने लोग शामिल थे और दोनों आरोपी आतंकवादी समूह के संपर्क में कैसे आए और काम के लिए कितना भुगतान किया गया।

ये भी पढ़ें- 

प्रयागराज: अतीक अहमद के गुर्गे फहद को हाईकोर्ट से बड़ा झटका, जमानत के साफ इंकार, जानें पूरा मामला

गुरुग्राम: रील बनाने के चक्कर में नप गए फेमस यूट्यूबर जोरावर सिंह कलसी! दर्ज हुआ केस, जानें पूरा मामला

 

 

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें गुजरात सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement