Sunday, April 28, 2024
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पीएम मोदी ने 15 साल पहले जो कहा था वो कर दिखाया, इंडिया टीवी पर सोलर एनर्जी को लेकर कही थी ये बात

इंडिया के टीवी के एक सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा था कि सोलर एनर्जी के क्षेत्र में बहुत स्कोप है। वायु प्रदूषण को कम करने के लिए सोलर एनर्जी, विंड एनर्जी सबसे सरल उपाय है।

Reported By : Nirnay Kapoor Edited By : Mangal Yadav Updated on: January 12, 2024 23:59 IST
पीएम मोदी - India TV Hindi
Image Source : FILE-PTI पीएम मोदी

कच्छ में दुनिया का सबसे बड़ा रीन्यूएबल एनर्जी प्लांट अंतरिक्ष से नजर भी आएगा। यह 800 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में बना है। पीएम मोदी ने  दिसंबर 2020 में इसकी नींव रखी थी। इस पार्क से लगभग 20 मिलियन यानी 2 करोड़ घरों को स्वच्छ बिजली मिलेगी। पीएम मोदी ने आज से 15 साल पहले जो कहा था उसे प्रधानमंत्री बनने के बाद सच करके दिखाया। इंडिया टीवी को नरेंद्र मोदी ने 15 साल पहले उस समय सोलर एनर्जी के बारे में अपना प्लान बता दिया था जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। इंडिया के टीवी के एक सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा था कि सोलर एनर्जी के क्षेत्र में बहुत स्कोप है। वायु प्रदूषण को कम करने के लिए सोलर एनर्जी, विंड एनर्जी सबसे सरल उपाय है। कच्छ के धोरड़ो में चिंतन शिविर में पीएम मोदी ने अपनी पूरी प्लानिंग बता दी थी।

पीएम मोदी ने बताई थी पूरी प्लानिंग

 पीएम मोदी उन दिनों पूरी शिद्दत के साथ धोरड़ो के ज़रिये कच्छ को एक टूरिज़्म डेस्टिनेशन के तौर पर प्रमोट करने में जुटे हुए थे इसलिए वार्षिक चिंतन शिविर, धोरडो में आयोजित किया गया होगा। जब इंडिया टीवी कवरेज के लिए वहां पहुंचा और तत्कालीन मुख्यमंत्री मोदी से बात की तब जो बात उन्होंने बताई उसमें कच्छ से कोपेनहेगन में मौजूद विश्व के नेताओं के लिए संदेश छिपा हुआ था। उस चिंतन शिबिर में मोदी ने सबको कच्छ में छुपे सोलर एनर्जी (renewable energy) उत्पादन की क्षमताओं को explor का आइडिया दिया और सुझाव भी दिए। बस फिर क्या था इस बेहद सिग्नीफिकेंट एरिया में काम शुरू हो गया।

 800 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में बन रहा है यह

 आज भारत सरकार गुजरात के कच्छ में दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा पार्क (Renewable Energy  Park) विकसित कर रही है। खावड़ा  नवीकरणीय ऊर्जा पार्क कच्छ के ग्रेटर रण में करीब 800 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में बनाया जा रहा है। कच्छ का रण एक दुर्गम नमक दलदल है, जो निकटतम मानव बस्ती से कम से कम 70 किमी दूर स्थित है। यह स्थल भारत-पाकिस्तान सीमा के बहुत करीब है। पूरा होने पर यह परियोजना सिंगापुर के आकार के बराबर होगी। ऐसा बताया जा रहा है कि यह पार्क इतना बड़ा होने की उम्मीद है कि यह अंतरिक्ष से भी दिखाई देगा। इसके अलावा, परियोजना की अनुमानित लागत 2.26 बिलियन डॉलर है।

मार्च तक 2.5 गीगावाट ऊर्जा का उत्पादन शुरू होगा

इस सोलर और विंड हाइब्रिड पार्क में अडानी ग्रीन का सबसे बड़ा इन्सटालेशन होगा, जिसने यहां 17  गीगावाट (GW) क्षमता के पावर जनरेशन की फैसिलिटीज़ का निर्माण कार्य यहां पर शुरू कर दिया है। इस साल मार्च तक अडानी ग्रीन (ADANI GREEN) इस पार्क से करीब 2.5 गीगावाट (GW) ऊर्जा का उत्पादन शुरू भी कर देगा। जिसके बाद ये भारत में एक ही स्थान पर सोलर एनर्जी जनरेशन की क्षमता वाला सबसे बड़ा पार्क बन जायेगा। वर्तमान में सोलर पैनल और विंड मील लगाने का काम साइट पर किया जा रहा हैं। कर्मचारी सब-स्टेशन बनाने और तारें बिछाने की प्रक्रिया में भी लगे हुए हैं। 

 

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