
किडनी में पथरी होना एक आम और दर्दनाक समस्या है। गर्मियों का मौसम आते ही इसके मरीजों की संख्या अस्पतालों में तेजी से बढ़ जाती है। कई लोगों को लगता है कि गर्मियों में ही स्टोन बनता है। इसमें कितनी सच्चाई है यह जानने के लिए हमने पीएसआरआई अस्पताल में एसोसिएट डायरेक्टर यूरोलॉजी डॉ. प्रशांत जैन से बातचीत की। डॉक्टर के मुताबिक़, किडनी स्टोन का खतरा गर्मियों के मौसम में नहीं बढ़ता है बल्कि किडनी स्टोन पूरे साल बनता है। स्टोन फॉर्मेशन एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है, जो व्यक्ति की डाइट, जीवनशैली, मौसम और मेटाबॉलिक कंडीशन्स पर निर्भर करती है। कुछ लोगों में स्टोन बनने की टेंडेंसी होती है। ऐसे लोग पूरे साल धीरे-धीरे छोटे-छोटे स्टोन बनाते रहते हैं जो चुपचाप किडनी में जमा होते रहते हैं।
क्या गर्मियों में बढ़ता है किडनी स्टोन का खतरा?
जब गर्मियों का मौसम आता है, तो लोग पानी अधिक पीने लगते हैं और शरीर से पसीना भी ज्यादा निकलता है। ऐसे में शरीर को हाईड्रेट रखने के लिए लिक्विड इंटेक बढ़ जाता है। यह बढ़ा हुआ पानी किडनी में पहुंचकर ज्यादा यूरिन बनाने लगता है, जो अंततः यूरेटर में जाता है। यूरेटर वह नली होती है जो किडनी को ब्लैडर से जोड़ती है। यह करीब 25 सेंटीमीटर लंबी और 3 से 4 मिलीमीटर चौड़ी होती है। जब छोटे-छोटे स्टोन, जो पूरे साल किडनी में इकट्ठे होते हैं, गर्मियों में पानी के दबाव से यूरेटर में आ गिरते हैं तो वहीं फंस जाते हैं। खासकर वे स्टोन जो 4-5 मिलीमीटर से बड़े होते हैं, वे इस नली में अटक जाते हैं।
इस दौरान किडनी लगातार यूरिन बना रही होती है, जिससे यूरिन का दबाव यूरेटर में मौजूद स्टोन पर बढ़ता है और वह नीचे की ओर धकेला जाता है। यही प्रक्रिया दर्द और जलन जैसी समस्याओं को जन्म देती है। इसलिए गर्मियों में ऐसा लगता है कि स्टोन का खतरा बढ़ गया है, जबकि असल में यह पहले से किडनी में मौजूद होता है और गर्मी में उसकी गतिविधि बढ़ जाती है।
किडनी स्टोन से कैसे करें बचाव?
अब सवाल यह है कि इससे बचाव कैसे किया जाए तो एक्सपर्ट्स का कहना है कि जिन लोगों को पहले कभी भी स्टोन बना हो या जिनमें स्टोन बनने की प्रवृत्ति हो, उन्हें हर 3 से 6 महीने में एक बार किडनी का अल्ट्रासाउंड जरूर कराना चाहिए। इससे स्टोन की स्थिति का समय रहते पता चल सकेगा। साथ ही, जरूरी है कि पूरे साल पर्याप्त मात्रा में पानी पिया जाए। केवल गर्मियों में 3-4 लीटर पानी पी लेना और सर्दियों में इसे घटा देना सही नहीं है। सर्दियों और बरसात में भी पानी कम नहीं होना चाहिए, वरना यूरिन गाढ़ा बनता है और स्टोन बनने की संभावना बढ़ जाती है। एक सामान्य व्यक्ति को साल भर रोजाना ढाई से तीन लीटर पानी पीना चाहिए, ताकि शरीर से डेढ़ से दो लीटर यूरिन नियमित रूप से निकले। गर्मियों में यह मात्रा थोड़ा और बढ़ाकर तीन से साढ़े तीन लीटर तक की जा सकती है, क्योंकि इस मौसम में पसीने के रूप में भी पानी की कमी होती है।
साथ ही, डाइट का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है। नमक और चीनी का सेवन सीमित करें, साथ ही बाहर से कैल्शियम सप्लीमेंट लेने से बचें। प्राकृतिक स्रोतों से मिलने वाला कैल्शियम शरीर के लिए बेहतर होता है। इन आदतों को अपनाकर किडनी स्टोन की समस्या से काफी हद तक बचा जा सकता है।
गर्मियों में किडनी स्टोन की समस्या बढ़ने का मुख्य कारण हमारे शरीर में पानी की मात्रा और यूरिन आउटपुट में बदलाव होता है, न कि स्टोन का नया बनना। सही समय पर जांच, संतुलित पानी पीना और संतुलित आहार ही इसका सबसे अच्छा समाधान है।
Disclaimer: (इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।)