इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यहां पर माता-पिता अपने बच्चों के सिर से आशिकी का भूत उतारने के लिए उन्हें यहां लेकर आते हैं। यहां केवल आशिकी का भूत ही नहीं बल्कि अन्य परेशानियों को लेकर भी लोग आते हैं, उनकी सभी परेशानियों का निवारण इस मंदिर में होता है। मंदिर के संस्थापक अतुल जोशी महाराज हर शनिवार और मंगलवार को यहां एक विशेष प्रकार की पूजा करते हैं। अतुल जोशी ही युवक-युवतियों की समस्या के समाधान के लिए परिजनों से पूजा करवाते हैं। जिस समय आशिकी का भूत उतारने वाली यह पूजा की जाती है उस समय केवल लड़के और लड़की के परिवार वाले ही सामने होते हैं।