1. 21 मई, 2011 और उससे पहले 6 जून 2006 को दुनिया के विनाश का दिन बताया जा रहा था।
2. नास्त्रेदमस ने भी 2012 में धरती के खत्म होने की भविष्यवाणी की थी।
3. जर्मनी के वैज्ञानिक रोसी ओडोनील और विली नेल्सन ने 21 दिसंबर 2012 को एक्स ग्रह की पृथ्वी से टक्कर की बात कह कर धरती के विनाश की अफवाहों को और हवा दे दी।
4. ऎसी ही एक अफवाह 1910 में फैली थी जब हेली पुच्छल तारा पृथ्वी के आसपास से गुजरा था और आशंकाएं जतायी गयी थीं कि यह पृथ्वी से टकरा सकता है।
5. माया सभ्यता के एक कैलेंडर में 21 दिसंबर 2012 के आगे किसी तारीख का कोई जिक्र नहीं है। इस वजह से माना जा रहा था कि इस दिन पूरी दुनिया समाप्त हो जायेगी। माया कैलेंडर की एक व्याख्या के मुताबिक 21 दिसंबर 2012 में एक ग्रह पृथ्वी से टकरायेगा, जिससे धरती खत्म हो जायेगी।
6. महाप्रलय पुराणों के अनुसार एक मनवंतर की समाप्ति पर आता है। प्रत्येक मनवंतर 71 महायुग का होता है। एक महायुग में 71 सतयुग, इतने ही त्रेता, द्वापर और कलयुग होते हैं। वर्तमान में वैवस्वत मनवंतर चल रहा है जिसके सतयुग, त्रेतायुग और द्वापर समाप्त हो चुके हैं और 28वां कलयुग चल रहा है।
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