
उत्तराखंड में रविवार को बड़ा हादसा हो गया। देहरादून से केदारनाथ जा रहा एक हेलीकॉप्टर पहले लापता हुआ और फिर क्रैश हो गया। हेलीकॉप्टर में सवार पायलट समेत 7 लोगों की मौत हो गई। देहरादून से केदारनाथ जा रहा आर्यन एविएशन का हेलीकॉप्टर गौरीकुंड में लापता हो गया था। इस हादसे का वीडियो भी सामने आया है। दुर्घटना स्थल पर राहत एवं बचाव की टीम पहुंची हुई है।
आखिर कहां है गौरीकुंड?
जहां ये हेलीकॉप्टर हादसा हुआ है। आखिर वह जगह कहां है? केदारनाथ धाम से कितनी दूरी पर ये हादसा हुआ है? यहां पहुंचने का रास्ता क्या है? इन सभी सवालों के जवाब के लिए पढ़े ये रिपोर्ट...
यहीं से शुरू होती है केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा
गौरीकुंड उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ के रास्ते पर एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल और आधार शिविर है। गौरीकुंड से केदारनाथ मंदिर तक लगभग 16 किलोमीटर की पैदल यात्रा शुरू होती है। यह स्थान गौरी मंदिर (पार्वती देवी) और गर्म पानी के झरनों के लिए भी प्रसिद्ध है।
सड़क मार्ग से गौरीकुंड पहुंचने का रास्ता
देहरादून से गौरीकुंड की यात्रा लगभग 240 किलोमीटर की है। देहरादून से गौरीकुंड जाने के लिए पहले ऋषिकेश फिर देवप्रयाग, रुद्रप्रयाग, सोनप्रयाग तब जाकर गौरीकुंड आएगा। सड़क मार्ग से यात्रा में लगभग 8-10 घंटे लगते हैं, जो सड़क की स्थिति और मौसम पर भी निर्भर करता है।
गौरीकुंड से केदरानाथ मंदिर 16 KM की दूरी पर
गौरीकुंड से केदारनाथ मंदिर तक 16 किलोमीटर की पैदल यात्रा है। पैदल जाने में 6 से 8 घंटे लगते हैं। कुछ तीर्थयात्री हेलीकॉप्टर सेवा भी लेते हैं। यहां की पहाड़ियां काफी खतरनाक हैं। काफी दुर्गम रास्तों से होकर लोगों को पैदल केदारनाथ मंदिर तक गुजरना पड़ता है।
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