इस रोपवे के जरिए एक तरफ से हर घंटे 1,800 यात्रियों को पहुंचाया जा सकेगा। इसके निर्माण से हर साल लाखों तीर्थयात्रियों को सुविधा मिलेगी।
केदारनाथ धाम की यात्रा को 12 अगस्त से अगले तीन दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। दरअसल मौसम विभाग द्वारा मौसम का पूर्वानुमान जारी कर बताया गया है कि यात्रा के रूट में जोरदार बारिश हो सकती है। इस कारण प्रशासन द्वारा यह फैसला लिया गया है।
उत्तराखंड में मूसलाधार आफत से तबाही मची हुई है। पानी के प्रकोप से न दुकानें बची हैं, न मकान और न ही जानवर। भारी बारिश को देखते हुए केदारनाथ यात्रा आगामी तीन दिनों के लिए रोक दी गई है। 12, 13 व 14 अगस्त को यात्रा पर रोक रहेगी।
उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग में गुरुवार को एक यात्रियों से भरी बस अलकनंदा नदी में समा गई जिसमें एक बच्चे के माता पिता की भी मौत हो गई। अब उस बच्चे का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे देखकर आपकी आंखों में भी आंसू आ जाएंगे। देखें वीडियो....
केदारनाथ धाम जाने वाले शिव भक्त फिर से हादसे का शिकार हो गए हैं। केदारनाथ मंदिर जाने वाले पैदल मार्ग में लैंडस्लाइड होने से 2 तीर्थयात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई है। 3 लोग घायल बताए जा रहे हैं।
मूसलाधार बारिश ने केदारनाथ धाम यात्रा को बुरी तरह प्रभावित किया है। इस बीच, सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम जाने वाले मार्ग को अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
पिछले कुछ वर्षों में हेलीकॉप्टर की बुकिंग में भी काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है। चार धाम यात्रा के दौरान यहां हेलीकॉप्टर लगातार उड़ान भरते रहते हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों में हेलीकॉप्टर हादसे भी बढ़े हैं।
केदारनाथ धाम के गौरीकुंड के पास रविवार की सुबह उड़ान भरते ही एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया और उसमें आग लग गई। हेलीकॉप्टर में सवार छह लोग और दो साल के एक बच्चे की दर्दनाक मोत हो गई। जानें कैसे हुआ हादसा?
गौरीकुंड में हेलीकॉप्टर हादसा हुआ है। हेलीकॉप्टर में पायलट समेत 7 लोगों की मौत हो गई है। जहां ये हादसा हुआ है। वह केदारनाथ मंदिर से कुछ ही दूरी पर था। यहीं से तीर्थयात्री केदारनाथ मंदिर के लिए पैदल यात्रा शुरू करते हैं।
केदारनाथ के गौरीकुंड के जंगलों में लापता हुआ हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया है। दुर्घटना में सात लोगों की मौत हो गई है। रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच गई है। देखें वीडियो...
चारधाम यात्रा की शुरुआत होने के साथ केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है। चार दिनों में ही दर्शनार्थियों का आंकड़ा एक लाख के पार पहुंच गया है।
बाबा की डोली एक मई को केदारनाथ धाम पहुंची थी और दो मई को केदारनाथ धाम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इस मौके पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी केदारनाथ धाम पहुंचे।
शास्त्रों के अनुसार एक ऐसा समय भी आएगा जब बद्रीनाथ और केदारनाथ की यात्रा संभव नहीं होगी। तब किस जगह भगवान विष्णु और महेश की पूजा होगी, आइए जानते हैं।
Kedarnath Yatra 2025: केदारनाथ धाम भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से है। इस साल 2 मई 2025 को केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलेंगे। बता दें कि चार धाम की यात्रा 6 महीने तक चलती है इसके बाद फिर सभी मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं।
देश के कोने-कोने से हर साल लाखों लोग केदारनाथ भगवान के दर्शन करने जाते हैं, कुछ लोग ऐसे होते हैं जो आसानी से पैदल चल सकते हैं और कुछ ऐसे जो पैदल नहीं चल सकते हैं उनके लिए उत्तराखंड सरकार की ओर से हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध है।
हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ के दर्शन के लिए यहां पहुंचते हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यहां कुछ लोग मांस-मछली और शराब बेचने का बिजनेस करते हैं। इससे हिंदू धर्म की आस्था में प्रभाव पड़ता है।
अगर आप चारधाम यात्रा करने जा रहे हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। उत्तराखंड के चारधाम के मंदिरों के कपाट खुलने को लेकर एक जानकारी सामने आई है। जिसके मुताबिक, बद्रीनाथ धाम के कपाट मई में खुलेंगे।
मध्य प्रदेश के 61 लोग पहाड़ों के बीच फंसे थे। इनमें से 51 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। वहीं, अन्य 10 लोग भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिए गए हैं। राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने यह जानकारी दी।
इस साल 18 दिन में 5 लाख लोग केदारनाथ धाम पहुंचे थे और पुराने सभी रिकॉर्ड टूट चुके हैं। हालांकि, भक्तों की संख्या देखकर लग रहा है कि इस साल कई और रिकॉर्ड भी टूटने वाले हैं।
पहले 13 दिनों में 8,52,018 तीर्थयात्री चारों धामों के दर्शन कर चुके हैं। वहीं, हरिद्वार और ऋषिकेश में Offline Registration बंद कर दिया गया है और अब 'ऑनलाइन' पंजीकरण के बाद ही श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आ सकते हैं।
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