आजमगढ़: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ पहुंचे भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि नोट बंद होने से विरोधियों की बोलती बंद हो गई है। सभी मुस्कुरा रहे हैं, लेकिन अखिलेश और मायावती परेशान हैं। उन्होंने गुरुवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र में कहा कि नोटबंदी से अखिलेश यादव और मायावती परेशान क्यों हैं? (देश-विदेश की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें)
गुजरात के विधायक शाह ने आजमगढ़ के आईटीआई मैदान में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "नोटबंदी से सभी मुस्कुरा रहे हैं, लेकिन अखिलेश और मायावती परेशान हैं।" कौन मुस्कुरा रहा है, यह भी उन्होंने स्पष्ट किया। शाह बोले, "नोटबंदी से किसी भाजपा वाले के चेहरे पर शिकन नहीं आई, वे सभी मुस्कुरा रहे हैं, लेकिन सपा और बसपा परेशान है।" शाह ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था खराब हो गई है। प्रदेश की जनता परेशान है और सपा सरकार पारिवारिक झगड़े में उलझी हुई है।
Also read:
- महाराष्ट्र में पांच सौ, 1000 रुपये के नोट छोड़ गये चोर, छोटे नोट ले गए
- 500 करोड़ में हुई रेड्डी की बेटी की शादी, देखिए शाही विवाह की शानदार तस्वीरें
- 1,000 रुपये के नोट जारी नहीं होंगे, 22,500 ATM को सुधारा गया: जेटली
गुजरात मॉडल के नाम पर लोकसभा जीतने वाली पार्टी के अध्यक्ष ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश का पांच साल में इतना विकास हो कि वह देश का 'नंबर वन प्रदेश' बन जाए। हम उत्तर प्रदेश में ऐसा रोजगार देना चाहते हैं जो अपने जिले में ही मिले।"
शाह ने कहा कि सपा और बसपा की वजह से युवकों का पलायन बढ़ा है। प्रदेश की चिंता छोड़कर सपा परिवार झगड़ रहा है। भाजपा की सरकार आई तो सात दिन में भू-माफिया खत्म होंगे। सपा और बसपा को उखाड़ फेंकने की जरूरत है। ये दोनों पार्टियां प्रदेश का विकास नहीं कर सकतीं, सिर्फ भाजपा कर सकती है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार नहीं बनी तो विकास नहीं हो सकता। लोकसभा में उप्र के लोगों ने मोदी का हाथ मजबूत किया था। बदले में मोदी सरकार ने हर साल प्रदेश को एक लाख करोड़ रुपये दिए। नोटबंदी को लेकर भी शाह ने विरोधियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नोटबंदी का विरोध कर विरोधी खुद 'एक्सपोज' हो रहे हैं।