Friday, April 26, 2024
Advertisement

वैशाख महीने में मिलेगा शुभता का वरदान, शुभ फलों के लिए राशिनुसार करें ये खास उपाय

वैशाख मास के यम-नियम भी शुरू हो गये है| वैशाख मास में श्री विष्णु के मधुसूदन स्वरूप की पूजा करने का विधान है | इसलिए वैशाख मास का एक नाम माधव मास भी है |

India TV Lifestyle Desk Written by: India TV Lifestyle Desk
Published on: April 16, 2020 6:56 IST
वैशाख मास- India TV Hindi
Image Source : TWITTER//DYUTIMAYKUMARB वैशाख मास

आज वैशाख कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि और गुरूवार का दिन है। नवमी तिथि आज शाम 6 बजकर 12 मिनट तक रहेगी। उसके बाद दशमी तिथि शुरू हो जायेगी। याद दिला दूं कि- विगत 9 अप्रैल से ही वैशाख महीने की शुरुवात हो गयी थी और तभी से वैशाख मास के यम-नियम भी शुरू हो गये है| वैशाख मास में श्री विष्णु के मधुसूदन स्वरूप की पूजा करने का विधान है। इसलिए वैशाख मास का एक नाम माधव मास भी है। स्कन्द पुराण के वैष्णव खण्ड में भी आया है-

न माधवसमो मासो न कृतेन युगं समम्।

न च वेदसमं शास्त्रं न तीर्थं गंगया समम्।।
अर्थात् माधवमास, यानी वैशाख मास के समान कोई मास नहीं है, सतयुग के समान कोई युग नहीं है, वेद के समान कोई शास्त्र नहीं है और गंगाजी के समान कोई तीर्थ नहीं है।

माधवमास में जो व्यक्ति श्रद्धाभाव से दान, जप, हवन और स्नान आदि शुभकार्य करता है, उसका अक्षयफल उस व्यक्ति को प्राप्त होता है। वैशाख मास के दौरान सुबह जल्दी उठकर स्नान करने से अश्वमेघ के समान फल मिलता है, यानि जीवन में आपकी तरक्की ही तरक्की होती है। इस दौरान किसी मन्दिर में या किसी ब्राह्मण को या फिर उद्यान आदि किसी सार्वजनिक जगह पर प्याऊ लगवाना बड़ा ही फलदायी होता है।

इसीलिए वैशाख मास में घटादि, यानि पानी के घड़े को दान करने का विधान है। लेकिन वर्तमान समय में कोरोना की वजह से जो परिस्थितियां अपने भारत व अन्य देशों में बनी है, उसमें घर से बाहर निकलना, किसी मंदिर जाकर कुछ दान करना या सार्वजानिक जगहों पर प्याऊ लगवाना संभव नहीं है और घर से बाहर निकलना उचित भी नहीं है। लिहाजा आज मैं आपको बताऊंगा कि कैसे आप घर बैठे ही कुछ उपाय करके वैशाख महीने में मिलने वालें शुभ फलों को प्राप्त कर सकते है। लेकिन उससे पहले वैशाख महीने से जुडी कुछ और महत्वपूर्ण बातें 

वैशाख शुक्ल पक्ष की सप्तमी को गंगाजी का पूजन करना चाहिए। माना जाता है कि इसी तिथि को महर्षि जह्नु ने अपने दाहिनी कान से गंगा जी को बाहर निकाला था। वैशाख शुक्ल पक्ष की सप्तमी को ही भगवान बुद्ध का जन्म भी हुआ था। अतः सप्तमी से शुरू करके तीन दिन तक उनकी प्रतिमा का पूजन किया जाता है। इस बार वैशाख शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि 30 अप्रैल को है । इसके बाद शुक्ल पक्ष की अष्टमी, जो  कि 1 मई को है, उस दिन मां दुर्गा के अपराजिता स्वरूप की प्रतिमा को कपूर तथा जटामासी से युक्त जल से स्नान कराना चाहिए तथा स्वयं आम्ररस से, यानि आम के रस से स्नान करना चाहिए । 

जबकि वैशाख मास की पूर्णिमा को सफेद और काले तिलों को जल में मिलाकर स्नान करने का विधान है । वैशाख पूर्णिमा को तिल युक्त जल से स्नान करने से, अग्नि में तिलों की आहुति देने से, और तिल तथा मधु, यानी शहद का दान करने से जीवन में खुशियां ही खुशियां आती हैं । आपको बता दूं कि वैशाख मास की पूर्णिमा 7 मई को है । यहां एक बार फिर से याद दिला दूं कि- कोरोना के वजह से जो स्थिति बनी है, उसमे घर से बाहर निकलना सुरक्षित नहीं है। अतः आप दान करने का संकल्प लेकर उसके निमित्त कुछ पैसे अलग रख दीजिये और परिस्थितियां पूरी तरह ठीक हो जाने पर ही दान करें।

आज शाम 5 बजकर 33 मिनट तक विद्या ग्रहण करने व कोई भी विधि सिखने में सफलता दिलाने वाला साध्य योग रहेगा। इस योग में कार्य सीखने या करने में खूब मन लगता है और कार्यों में पूर्ण रूप से सफलता भी मिलती है। साथ ही आज पूरा दिन पार करके देर रात 11 बजकर 6 मिनट तक श्रवण नक्षत्र रहेगा। 27 नक्षत्रों में श्रवण 22वां नक्षत्र है। श्रवण का अर्थ होता है- सुनना। इस नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह कान को माना जाता है। वैसे तो श्रवण नक्षत्र के स्वामी चन्द्रमा हैं, लेकिन वैदिक ज्योतिष के अनुसार देवी सरस्वती को भी श्रवण नक्षत्र की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है और उनका भी इस नक्षत्र पर सकारात्मक प्रभाव रहता है। अतः आज के दिन श्रवण नक्षत्र में विद्या से जुड़ा कोई भी काम करने से वह सफल जरूर होगा।

जानें आचार्य इंदु प्रकास से वैशाख मास में राशिनुसार कौन से शुभ काम करने से आपकी हर मनोकामना पूर्ण होगी। 

मेष राशि 
अपने करियर की तरक्की सुनिश्चित करने के लिये वैशाख मास के दौरान तुलसीपत्र से श्री विष्णु के माधव स्वरूप की पूजा करें । साथ ही भगवान विष्णु के केशव और गोविंद नाम का ध्यान करें । आपको बता दूं कि  कभी भी भगवान विष्णु के एक नाम का ध्यान नहीं करना चाहिए । अतः जब भी भगवान विष्णु के किसी नाम का ध्यान करें, तो उसके साथ ही श्री हरि के दो और नामों का भी ध्यान करें। वैशाख मास के दौरान ऐसा करने से आपके करियर की तरक्की सुनिश्चित होगी। 

वृष राशि 
अपने घर की सुख-समृद्धि के लिये वैशाख मास के दौरान आप भगवान विष्णु को तुलसी पत्र के साथ शहद अर्पित करें और श्री विष्णु के माधव स्वरूप के साथभगवान के अनंत और अच्युत स्वरूप का भी ध्यान करें। ऐसा करने से आपके घर की सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी होगी।

मिथुन राशि 
आपके जीवन में कभी कोई संकट न आये, इसके लिये वैशाख मास के दौरान भगवान विष्णु को पंचामृत का भोग लगाएं और उस पंचामृत में तुलसी पत्र डालना न भूलें। इसके अलावा आपको श्री विष्णु के माधव स्वरूप के साथ भगवान के दामोदर और नारायण स्वरूप का ध्यान करना चाहिए। ऐसा करने से आपके जीवन में कभी कोई संकट नहीं आयेगा।

कर्क राशि 
जीवनसाथी के साथ अच्छा तालमेल बनाये रखने के लिये, दोनों के बीच की अंडरस्टैंडिंग को मजबूत करने के लिये वैशाख मास के दौरान आप श्री विष्णु के माधव स्वरूप के साथ भगवान के श्रीधर और पद्मानाभ स्वरूप का भी ध्यान करें और तुलसीपत्र लगी हुई मीठाई का भगवान को भोग लगाएं। प्रतिदिन मीठाई का भोग नहीं लगा सकते, तो मिश्री के साथ तुलसीपत्र भगवान को अर्पित करें।  ऐसा करने से जीवनसाथी के साथ आपकी अंडरस्टैंडिंग अच्छी होगी।

सिंह राशि 
अपने बिजनेस की गति को बढ़ाने के लिये आपको वैशाख मास में श्री विष्णु के माधव स्वरूप के साथ त्रिविकरम और हृषिकेष का ध्यान करना चाहिए। साथ ही भगवान विष्णु की तुलसीपत्र से पूजा करनी चाहिए। वैशाख मास के दौरान ऐसा करने से आपका बिजनेस दिन-दुगनी, रात-चौगनी तरक्की करेगा।

कन्या राशि 
बच्चों के साथ अपने रिश्तों को बेहतर बनाये रखने के लिये आपको वैशाख मास में श्री विष्णु के माधव स्वरूप के साथ गोविंद और मधुसूदन का ध्यान करना चाहिए। साथ ही भगवान विष्णु को मेवा के साथ तुलसीपत्र अर्पित करना चाहिए।  ऐसा करने से बच्चों के साथ आपके रिश्ते मजबूत होंगे।

तुला राशि 
जीवन में अपने शत्रुओं से छुटकारा पाने के लिये और दोस्तों का साथ बनाये रखने के लिये आपको वैशाख मास में श्री विष्णु के माधव स्वरूप के साथ केशव और दामोदर का ध्यान करना चाहिए । साथ ही भगवान विष्णु की तुलसीदल से पूजा करनी चाहिए। इससे आपके जीवन में मित्रों की संख्या बढ़ेगी और शत्रु अपने आप कम होते चले जायेंगे। 

वृश्चिक राशि
अपनी आर्थिक स्थिति बेहतर करने के लिये आपको वैशाख मास के दौरान श्री विष्णु के माधव स्वरूप के साथ गोविंद और नारायण का ध्यान करना चाहिए| साथ ही श्री हरि को आटे से बनी पंजीरी में तुलसी दल डालकर भोग लगाना चाहिए। ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति दिन-ब-दिन बेहतर होती जायेगी।

धनु राशि 
अपने दाम्पत्य जीवन की ऊष्मा को बनाये रखने के लिये आपको वैशाख मास के दौरान श्री विष्णु के माधव स्वरूप के साथ अच्युत और मधुसूदन का ध्यान करना चाहिए। साथ ही भगवान विष्णु की तुलसीपत्र से पूजा करनी चाहिए और उन्हें सफेद या पीले फूल अर्पित करने चाहिए।  ऐसा करने से आपके दाम्पत्य जीवन की ऊष्मा बनी रहेगी।

मकर राशि 
अपने किसी सरकारी काम को बिना अड़चनों के पूरा करने के लिये वैशाख मास के दौरान श्री विष्णु के माधव स्वरूप के साथ अनंत और श्रीधर का ध्यान करना चाहिए। साथ ही तुलसीपत्र से श्री हरि की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से आपका सरकारी काम बिना किसी अड़चन के जल्द से जल्द पूरा हो

कुंभ राशि 
किसी भी तरह के कॉम्पिटिशन में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिये वैशाख मास के दौरान श्री विष्णु के माधव स्वरूप के साथ पद्मानाभ और हृषिकेष का ध्यान करना चाहिए। साथ ही भगवान को गंध और तुलसीपत्र अर्पित करना चाहिए।  इससे आपको किसी भी तरह के कॉम्पिटिशन में जीतने की ताकत हासिल होगी।

मीन राशि 
अपने कारोबार को ऊँचे मुकाम तक पहुंचाने के लिये वैशाख मास के दौरान श्री विष्णु के माधव स्वरूप के साथ त्रिविकरम और मधुसूदन का ध्यान करना चाहिए। साथ ही भगवान विष्णु की तुलसीपत्र से पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से आपका कारोबार जल्द ही नयी ऊंचाईयो को छुऐगा।

Latest Lifestyle News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Religion News in Hindi के लिए क्लिक करें लाइफस्टाइल सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement