यह बात तो हम सभी जानते हैं कि आधार कार्ड (Aadhaar Card) हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज है।
आधार कार्ड सिर्फ आम लोगों की तमाम समस्याओं का निदान नहीं करता है। बल्कि यह सरकार के पास भी भ्रष्टाचार को रोकने का बड़ा हथियार बन गया है।
इंडिया टीवी पैसा की टीम आपके लिए आधार विवरण में हुई गलतियों को सुधारने या बदलाव करने की प्रक्रिया बता रही है।
UIDAI के अनुसार अभिभावक अपने हाल में पैदा हुए नवजात बच्चे का भी आधार कार्ड बनवा सकते हैं।
UIDAI के द्वारा दिए गए इस विकल्प की मदद से आप जान सकेंगे कि आपके आधार का इस्तेमाल इससे पहले कब कब हुआ है। इसकी मदद से आप ये भी जान सकेंगे कि किसी ने आपके आधार का गलत इस्तेमाल तो नहीं किया। शक होने पर आप अथॉरिटी को जानकारी दे सकते हैं।
ड्राइविंग लाइसेंस होल्डर्स और वाहन मालिकों को लर्नर लाइसेंस, ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यूवल और ड्राइविंग लाइसेंस में पता बदलवाने जैसी 16 प्रकार की ऑनलाइन और कॉन्टैक्टलेस सर्विस हासिल करने के लिए आधार ऑथेंटिकेशन की आवश्यकता होगी।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक बैंक खाते को आधार नंबर के साथ लिंक करना आवश्यक नहीं है, लेकिन यदि आप सरकारी सब्सिडी का लाभ लेना चाहते हैं तब ऐसा करना अनिवार्य होगा।
बैंकों में हो रहे फ्रॉड और आर्थिक धांधली पर लगाम कसने के लिए केंद्र सरकार ने बैंक खाते को आधार नंबर से लिंक करना अनिवार्य कर दिया है।
आधार कार्ड देश का सबसे अहम सरकारी दस्तावेज है। किसी नवजात बच्चे से लेकर बुजुर्ग इंसान तक, सभी के लिए आधार कार्ड होना बेहद जरूरी है।
आधार कार्ड के फायदों की पूरी लिस्ट जानना आपके लिए बहुत जरुरी है। आधार कार्ड के दावारा आप बहुत सारे लाभ उठा सकते है। लेकिन अगर आपके पास आधार कार्ड नहीं है तो आप किसी भी तरह की कोई सरकारी योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं।
डिजिटल पेमेंट के तरीकों ने देश में क्रांति ला दी है और खासकर महामारी की शुरुआत के बाद से फिन-टेक सेग्मेंट में बहुत बड़े बदलाव आए हैं। भारत भी धीरे-धीरे ई-पेमेंट के तरीकों को अपना रहा है और इसकी गति बढ़ रही है।
पोर्टल पर उपलब्ध 16 प्रकार की ऑनलाइन और कॉन्टैक्टलेस सर्विस के लिए आधार प्रमाणीकरण करवाने की आवश्यकता होगी।
आधार कार्ड में नाम चेंज करने के लिए UIDAI ने कुछ नियम बनाए हैं, जिसके तहत आप अपने नाम में कोई ज्यादा बड़ा बदलाव नहीं करवा सकते हैं, यानि आप पूरा नाम नहीं बदलवा सकते हैं।
पता और नाम बदलने की जरूरत सबसे ज्यादा उन महिलाओं को आती है जिनकी हाल ही में शादी हुई है और शादी के चलते उनका उपनाम और पता बदल जाता है।
मौजूदा समय में आपका आधार कार्ड नंबर आपकी सबसे बड़ी पहचान ही नहीं बल्कि सबसे जरूरी सरकारी दस्तावेज बन गया है।
यूआईडीएआई ने ट्विट कर बताया कि आधार हेल्पलाइन 1947 (Aadhaar helpline 1947) 12 भाषाओं हिंदी, अंग्रेजी, तेलुगू, कन्नड़, तमिल, मलयालम, पंजाबी, गुजराती, मराठी, उडि़या, बंगाली, असामी और उर्दू में उलब्ध है।
UIDAI ने ट्वीट कर कहा है कि आधार नंबर के साथ मोबाइल नंबर को ऐड करने के लिए किसी तरह के दस्तावेज की जरूरत नहीं होती।
आधार नंबर की मदद से आप कई उपयोगी और आवश्यक सेवाएं जैसे मोबाइल फोन कनेक्शन, एलपीजी कनेक्शन और बैंकिंग का उपयोग कर पाते हैं।
नामाकंन करने और आधार कार्ड प्राप्त करने के बाद अगर आपको लगता है कि कुछ जानकारी इसमें गलत है तो इसे आप इसे सही या अपडेट करवा सकते हैं।
आम लोगों को आमतौर पर कहीं भी अपना आधार कार्ड औन कार्ड नंबर शेयर करने से बचना चाहिए। इन दोनों नंबरों को भी एटीएम पिन की तरह ही किसी से भी शेयर नहीं करना चाहिए।
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