भारतीय एयरलाइनों ने भारतीय एयरलाइंस के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र को बंद करने के चलते देश के उत्तरी हिस्सों से पश्चिमी देशों की ओर अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के लिए लंबे मार्गों का उपयोग किया है।
कोल्हापुर से नई फ्लाइट सर्विस की शुरुआत कोल्हापुर हेडक्वार्टर वाली डायवर्सिफाइड संजय घोडावत ग्रुप की एयरलाइन की समर शेड्यूल नेटवर्क एक्सपेंशन प्लान का हिस्सा है।
डीजीसीए ने कहा कि एयरलाइन कंपनियों को इस कठिन समय में अप्रत्याशित परिस्थितियों और चुनौतियों का सामना कर रहे पर्यटकों को सभी जरूरी मदद प्रदान करने के लिए भी कहा गया है।
इस साल जनवरी में, स्पाइसजेट ने मिड अप्रैल तक 4 बोइंग B737 मैक्स समेत ठप पड़े अपने 10 प्लेन को फिर से ऑपरेशन में लाने की घोषणा की थी।
स्टार एयर के इस पहल से न सिर्फ लगातार यात्रा करने वालों के लिए सुविधा बढ़ेगी बल्कि आर्थिक अवसरों और क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
स्पाइसजेट ने कहा कि अजय सिंह एयरलाइन में 13,14,08,514 वारंट्स को समतुल्य संख्या में इक्विटी शेयरों (13. 14 करोड़ इक्विटी शेयर) में बदलकर कंपनी में 294. 09 करोड़ रुपये डालेंगे।
इस शुरुआत के बाद यह एयरलाइन के लिए 28वां डेस्टिनेशन बन जाएगा। एयरलाइन के पास 23 घरेलू और 5 अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए फ्लाइट्स हैं।
साल 2024 की दिसंबर तिमाही में, स्पाइसजेट कई चुनौतियों का सामना कर रही थी, ने योग्य संस्थागत निवेशकों से 3,000 करोड़ रुपये जुटाए।
Valentine's Day Offers: एक एयरलाइन ने तो खास व्यंजनों का मेन्यू पेश किया है। स्वादिष्ट व्यंजन में दिल के आकार के पिज्जा पॉकेट हैं, जो बेल मिर्च, तोरी, मकई और धूप में सुखाए हुए टमाटरों के स्वादिष्ट मिश्रण से भरे हुए हैं।
एयर इंडिया के खिलाफ जुर्माना लगाने का आदेश तब आया जब 13 दिसंबर 2024 को एयर इंडिया के ऑपरेशन हेड और रोस्टरिंग चीफ सहित अन्य अधिकारियों को जारी किए गए कारण बताओ नोटिस का जवाब ‘असंतोषजनक’ पाया गया।
मौजूदा समय में विभिन्न भारतीय शहरों से प्रयागराज के लिए लगभग 80,000 मासिक सीटों के साथ 132 फ्लाइट्स ऑपरेट हो रही हैं। प्रयागराज अभी दिसंबर 2024 में आठ के मुकाबले 17 शहरों से सीधे जुड़ा हुआ है।
बुजुर्ग दंपत्ति ने फ्लाइट में हुई भारी परेशानी के लिए 3.50 लाख रुपये का मुआवजा मांगा था लेकिन चेन्नई की एक अदालत ने 55,000 रुपये का मुआवजा दिया। असंतुष्ट होकर दंपत्ति ने अधिक मुआवजे की अपील की है।
दो साल से अधिक समय से उड़ान भर रही आकाश एयर, हाल के महीनों में कुछ खामियों के कारण नियामकीय जांच के दायरे में आ गई है। कभी जुर्माना लगा तो कभी नियामकीय निर्देशों के उल्लंघन के बदले नागरिक उड्डयन महानिदेशालय की तरफ से एक्शन हुए।
6 जनवरी को जारी एक आदेश में, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने पिछले साल अक्टूबर में अकासा एयर के ऑडिट में पाया कि पायलट ने हार्ड लैंडिंग की थी, जिसका मतलब है कि विमान रनवे से असामान्य रूप से टकराया था।
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड ने इस बारे में 8 अगस्त, 2022 को 'यात्री नाम रिकॉर्ड सूचना विनियमन, 2022' अधिसूचित किया था। इस पहल का मकसद अधिकारियों की पाबंदी से जुड़ी क्षमताओं के साथ-साथ यात्रियों के जोखिम विश्लेषण को बढ़ाना है।
अकासा एयर ने एक बयान में कहा कि अकासा एयर को 27 दिसंबर 2024 को डीजीसीए से एक आदेश हासिल हुआ है। हम डीजीसीए के साथ काम करना जारी रखेंगे और उसके मुताबिक, अनुपालन करेंगे। सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है और हम सुरक्षा के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास करते हैं।
कंपनी ने यह नहीं बताया है कि वह सभी उड़ानें क्यों रोक रही है। कई यात्री सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे थे कि उनकी उड़ानें विभिन्न हवाई अड्डों पर रनवे पर फंस गई हैं और अब उन्हें वापस गेट पर भेजा जा रहा है।
अकासा एयर के पास 26 विमानों का बेड़ा है और यह पांच विदेशी शहरों सहित 27 गंतव्यों के लिए उड़ान भरता है।
स्टेकहोल्डर्स के साथ कंसल्टेशन के बाद डीजीसीए ‘वेट-लीजिंग’ के नियमों को सुव्यवस्थित करने पर काम कर रहा है। मौजूदा नियमों के तहत ‘वेट-लीज’ वाले प्लेन पर डीजीसीए का पूरा कंट्रोल नहीं होता है।
सूत्रों के अनुसार, सिंगापुर एयरलाइंस का पायलट पार्किंग ब्रेक लगाना भूल गया, जिससे विमान पीछे की ओर लुढ़का गया।
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