विदेशी निवेशक करीब 43,000 करोड़ रुपये का निवेश दिसंबर के पहले दो सप्ताह में किया है। माना जा रहा है कि एफपीआई प्रवाह के लिए यह सबसे अच्छा साल हो सकता है। एफपीआई ने 2021 में शेयरों में शुद्ध रूप से 25,752 करोड़ रुपये, 2020 में 1.7 लाख करोड़ रुपये और 2019 में 1.01 लाख करोड़ रुपये डाले थे।
शुक्रवार को सेंसेक्स पहली बार 71,000 अंक के पार बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 273.95 अंक चढ़कर 21,456.65 के अपने नए शिखर पर बंद हुआ। दिन में कारोबार के दौरान यह 309.6 अंक बढ़कर 21,492.30 के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर को छू गया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान को हासिल करने के लिए राज्य सरकार अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है। राज्य सरकार द्वारा इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए हर अवसर का उपयोग किया जा रहा है, जो रोजगार सृजन में कृषि के बाद दूसरे स्थान पर है।
आपको बता दें कि शुक्रवार को बीएइर्स Sesnex 969.55 अंक उछलकर 71,483.75 अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई Nifty 273.95 अंक चढ़कर 21,456.65 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजार में शानदार रैली से स्टॉक निवेशकों की बल्ले-बल्ले हो रखी है।
कंपनी ने घोषाणा की कि आईपीओ 20 दिसंबर को खुलेगा और 22 दिसंबर को बंद होगा। एंकर निवेशक 19 दिसंबर को बोली लगा पाएंगे। हैदराबार स्थित कंपनी के आईपीओ में 240 करोड़ रुपये तक के ताजा निर्गम।
नई किआ सॉनेट 15 हाई-सेफ्टी सुविधाओं और 25 से अधिक सेफ्टी फीचर्स से लैस है। इसके अलावा, इसमें 10 बेस्ट-इन-सेगमेंट सुविधाएं भी दी गई हैं।
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने हाल ही में अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति में ब्याज दरों को स्थिर रखा था। साथ ही नवंबर और दिसंबर में खाद्य मुद्रास्फीति बढ़ने के संकेत दिए थे।
15 प्रमुख उद्योग समूहों के साथ 10,304.91 करोड़ रुपये के समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें पटेल एग्री इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के साथ 5,230 करोड़ रुपये, देव इंडिया प्रोजेक्ट के साथ 1600 करोड़ रुपये और स्प्रे इंजीनियरिंग डिवाइसेज लिमिटेड 800 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव शामिल हैं।
शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव से निवेशक हमेशा डरे हुए होते हैं। इसलिए आम निवेशक म्यूचुअल फंड का सहारा लेते हैं। हालांकि, कई म्यूचुअल फंड ने निवेशकों को निराश भी किया है। ऐसे में सही फंड का चयन करना बहुत जरूरी होता है।
आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों में अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में जोरदार तेजी दर्ज की गई है। इसके चलते ग्रुप कंपनियों का मार्केट कैप 14.68 लाख करोड़ के पार पहुंच गया है। इस तेजी गौतम अडाणी तेजी से अमीरों की सूची में ऊपर आ गए हैं।
आईनॉक्स इंडिया का आईपीओ 14 दिसंबर से खुलकर 18 दिसंबर को बंद होगा। इसके अलावा, मोतीसंस ज्वेलर्स और सूरज एस्टेट डेवलपर्स के आईपीओ 18 दिसंबर को खुलकर 20 दिसंबर को बंद होंगे।
जनवरी के अंत में आई हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडाणी समूह पर कंपनियों के शेयरों की कीमतों में हेराफेरी और वित्तीय गड़बड़ियां करने के आरोप लगाए गए थे। हालांकि, समूह ने इन सभी आरोपों को नकारा दिया था।
सरकार ने कीमतों पर काबू पाने के लिए कई कदम उठाए हैं। सरकार ने पिछले हफ्ते अगले साल मार्च तक प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया। साथ ही बफर स्टॉक से प्याज को खुले मार्केट में बेचने का फैसला लिया था।
अगर आपको तुरंत पैसे की जरूरत है तो पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड सबसे सही विकल्प होगा। क्रेडिट कार्ड छोटी अवधि के लिए बेहतर है। वहीं, पर्सनल लोन लंबी अवधि के लिए बेहतर विकल्प है। किससे लोन लेना है, ये आपकी जरूरत पर निर्भर करता है।
इंडिया टेक की फंडिंग में हर तिमाही में गिरावट देखी जा रही है, 2023 की तीसरी तिमाही में फंडिंग में लगातार तीसरी गिरावट के साथ यह सबसे कम फंड वाली तिमाही बन गई है और पिछले 5 वर्षों में सबसे कम वित्त पोषित तिमाही भी।
शुक्रवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 303.91 अंक यानी 0.44 प्रतिशत बढ़कर 69,825.60 के अपने नए शिखर पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के सूचकांक निफ्टी ने 21,000 का अहम मुकाम पार किया और शुक्रवार को कारोबार के दौरान 21,006.10 के नए उच्च स्तर पर पहुंच गया।
नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बी वी आर सुब्रमण्यम ने रविवार को कहा कि भारत को वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के अपने दृष्टिकोण को साकार करने के लिए सरकार युवाओं से सुझाव मांगेगी। युवाओं की ओर से मिले सुझाव को देश को विकसित बनाने के लिए बनने वाली योजना में शामिल किया जाएगा।
शाह ने कहा कि आजादी के 75 साल के दौरान देश ने पहले कभी इतनी बड़ी छलांग नहीं लगाई। उन्होंने इसका श्रेय मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व और अपने लक्ष्य को वास्तविकता में बदलने की उनकी क्षमता को दिया।
वैश्विक व्यापार अनुसंधान पहल (जीटीआरआई) ने कहा, “योजना का अभी तक कोई विस्तृत अध्ययन नहीं किया गया है। सरकार के लिए वास्तविक लाभार्थियों की पहचान करना महत्वपूर्ण है।
रियल एस्टेट सेक्टर में कुछ समय से जारी तेजी को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने इस तिमाही में भी बरकरार रखने की उम्मीद दी है। आरबीआई ने शुक्रवार को मौद्रिक नीति की समीक्षा के बाद इस वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में रेपो रेट नहीं बढ़ाने का ऐलान किया है। आरबीआई ने इस तिमाही भी रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर स्थिर रखने का ऐलान कि
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