सोने की कीमत इस साल जोरदार बढ़ा है। जनवरी से अब तक यह 47% महंगा हो चुका है। हाल के दिनों में सोने ने लगातार नए फ्रेश रिकॉर्ड बनाए हैं। वैश्विक उथल-पुथल से सोने की कीमत काफी प्रभावित हुई है।
स्थानीय सर्राफा बाजार में 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना भी बुधवार को 1,100 रुपये की तेजी के साथ 1,20,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया।
अमेरिकी सरकार के आंशिक शटडाउन और फेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं के चलते सोने की कीमत में उछाल देखा गया।
सोने और चांदी की कीमतें इस समय रिकॉर्ड लेवल पर हैं, लेकिन हैरानी की बात यह है कि भारत में इनके आयात में जोरदार इजाफा भी देखा जा रहा है। अगस्त की तुलना में सितंबर में देश का गोल्ड और सिल्वर इंपोर्ट लगभग दोगुना हो गया है।
राजधानी दिल्ली में आज 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 500 रुपये की तेजी के साथ 1.20 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड भाव पर पहुंच गया।
वैश्विक तनाव और अमेरिकी टैरिफ नीतियों के असर के बीच सोने और चांदी की कीमत में लगातार उछाल दर्ज किया जा रहा है। आज की तारीख में एक आम आदमी के दायरे से सोना लगभग बाहर होता मालूम पड़ रहा है।
सोमवार को चांदी की कीमतें 7000 रुपये की भारी बढ़ोतरी के साथ 1.5 लाख रुपये प्रति किलो के नए ऑलटाइम हाई पर पहुंच गईं।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार के घटनाक्रम और डॉलर इंडेक्स में गिरावट सोने के भाव को पंख दे दिए। घरेलू स्तर पर फेस्टिवल सीजन होने के बावजूद बढ़ी कीमतों का असर बिक्री पर देखने को मिल रहा है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर दिसंबर की डिलीवरी वाले सोने का वायदा भाव शुक्रवार को साप्ताहिक आधार पर 4,188 रुपये या 3.77 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,14,891 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।
शुक्रवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने के अलावा, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना भी 330 रुपये महंगा हो गया था।
शुक्रवार को 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना भी 400 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 1,17,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जो गुरुवार को 700 रुपये की गिरावट के साथ 1,16,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
ग्लोबल मार्केट में सोने की हाजिर कीमत 0.2% गिरकर 3,741.21 डॉलर प्रति औंस रह गई, हालांकि इस सप्ताह अब तक सोने की कीमत में 1.6% की बढ़ोतरी हुई है।
नवरात्र के दौरान सोने-चांदी की कीमतों में काफी हलचल देखने को मिल रहा है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने का वायदा भाव काफी उतार-चढ़ाव से गुजर रहा है।
सोने और चांदी की कीमतें इस समय काफी अस्थिरता के दौर से गुजर रही हैं। उनकी दिशा अब वैश्विक आर्थिक डेटा, अमेरिकी डॉलर की चाल और केंद्रीय बैंकों की मौद्रिक नीतियों पर काफी हद तक निर्भर करेगी।
कारोबारियों ने कहा कि डॉलर के मुकाबले रुपये में भारी गिरावट की वजह से सोने की कीमतों में जारी तेजी को और बढ़ा दिया।
MCX पर फ्यूचर भाव भी जोरदार बढ़ा है। घरेलू बाजार में भी सोने की हाजिर कीमतों में आज पिछले पांच कारोबारी सत्रों में यह चौथी बढ़त है, जो त्योहारी सीजन की मजबूत शुरुआत का संकेत है।
वैश्विक भू-राजनीतिक हालात और आर्थिक उथल-पुथल के बीच दोनों बहुमूल्य धातुओं की कीमतें लगातार आसमान छूती चली गई हैं। निवेशक काफी सतर्कता के साथ निवेश कर रहे हैं।
तमाम ब्रांड्स गोल्ड जूलरी पर एक से एक डिस्काउंट ऑफर और ढेर सारे बेनिफिट्स ऑफर कर रहे हैं। डायमंड जूलरी पर भी काफी आकर्षक बेनिफिट्स ऑफर किए जा रहे हैं।
वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता और जोखिम के बीच क्लीन एनर्जी/सोलर/ईवी सेक्टर में मांग मजबूत बनी हुई है। ऐसे में कुछ सावधानियों के साथ जोखिम क्षमता के आधार पर चांदी अब भी निवेश के लिहाज से अच्छी स्थिति में है।
साल 2025 की शुरुआत से अब तक घरेलू सोने की कीमतों में लगभग 45% की तेजी दर्ज की गई है। इसमें केंद्रीय बैंकों की खरीद, भूराजनीतिक तनाव और अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता जैसे कारकों की बड़ी भूमिका रही है।
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