गाड़ी आमतौर पर कई लोग खरीदते हैं, लेकिन कुछ लोग शौकिया होते हैं, जो इंडिया के बाहर से गाड़ी मंगाते हैं। अगर आपने भी ऐसा कुछ प्लान बनाया है तो आपको ये पता होना चाहिए कि इसके लिए क्या नियम हैं?
रुपये का गिरना निर्यातकों के लिए सुनहरा अवसर माना जाता है। लेकिन मंदी और महंगाई के इस दौर में निर्यातक इस स्वर्णिम मौके को भी नहीं भुना सके और आंकड़ों में गिरावट दर्ज की गई है।
ब्रिटेन द्वारा भारत की स्टील पर प्रतिबंध लगाने से भारत को जो नुकसान होगा उसकी भरपाई ब्रिटेन से आने वाले उत्पादों पर सीमा शुल्क बढाकर पूरी की जाएगी।
Trade Deficit: चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अगस्त अवधि में भारत का व्यापारिक घाटा 124.7 अरब डॉलर था। यह किसी भी साल के इस अवधि में अब तक का सर्वाधिक घाटा है।
चालू वित्त वर्ष में देश का कुल निर्यात 450 अरब डॉलर के पार जाने की उम्मीद है।
सरकार के नियम बदलने के पीछे प्रमुख कारण आयात होने वाली smartphone screen के प्रकार को लेकर है। फिलहाल मोबाइल डिस्प्ले असेंबली इकाई के आयात पर फिलहाल 10 प्रतिशत की दर से सीमा-शुल्क लगता है।
सोने के आयात में एकाएक तेजी आई है और मई में कुल 107 टन सोने का आयात किया गया।
बिजली मंत्रालय ने सभी आयातित कोयला आधारित बिजली संयंत्रों को पूरी क्षमता से चलाने का निर्देश दिया है।
इसमें बंदरगाहों, अंतर्देशीय कंटेनर डिपो, एयर कार्गो परिसर और एकीकृत चेक पोस्ट पर आयातित उत्पाद को दी जानी सीमा-शु्ल्क मंजूरी में लगने वाले समय का अध्ययन किया गया है।
देश का सोने का आयात चालू वित्त वर्ष के पहले 11 माह (अप्रैल-फरवरी) में 73 प्रतिशत बढ़कर 45.1 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक रूस-यूक्रेन युद्ध से पैदा हुए भू-राजनीतिक जोखिम से खनिज तेल और गैस, रत्न और आभूषण, खाद्य तेल और उर्वरक जैसी वस्तुओं के दाम बढ़ जाएंगे।
पिछले साल जनवरी में भारत ने कच्चे तेल के आयात पर 7.7 अरब डॉलर खर्च किए थे। फरवरी में कच्चे तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल को पार कर गईं।
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के ताजा आंकड़े बताते हैं कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान पाकिस्तान से नौ क्षेत्रीय देशों को होने वाले निर्यात में 31.56 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि आयात में 43 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
अप्रैल-अक्टूबर 2021 में भारत का मर्चेंडाइज आयात 331.29 अरब डॉलर रहा, जो अप्रैल-अक्टूबर 2020 के 185.38 अरब डॉलर के मुकाबले 78.71 प्रतिशत ज्यादा है।
आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर, 2021 में व्यापार घाटा 19.9 अरब डॉलर और अप्रैल-अक्टूबर, 2021 के दौरान 98.71 अरब डॉलर रहा।
तमिलनाडु में मई, 2018 में स्टरलाइट कॉपर का तांबा संयंत्र बंद होने से पहले भारत तांबे का शुद्ध निर्यातक था। फिलहाल संयंत्र का मामला अदालत में लंबित है।
अगस्त में 1.52 करोड़ टन के कुल आयात में नॉन कोकिंग कोयले का हिस्सा 90.8 लाख टन रहा, जो कि पिछले साल अगस्त में 1.03 करोड़ टन था।
2021-22 में तांबे का आयात 2,95,000 से 3,04,000 टन के बीच रहने का अनुमान है, बीते वित्त वर्ष में भारत ने 2,33,671 टन तांबे का आयात किया था।
दाल आयात को लेकर मलावी और मोजाम्बिक के साथ भारत ने समझौते किये हैं। भारत दाल का सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता देश है।
चालू वित्त वर्ष के पहले पांच माह अप्रैल-अगस्त, 2021 में कुल निर्यात 67.33 प्रतिशत बढ़कर 164.10 अरब डॉलर पर पहुंच गया
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