हॉवर्ड लुटनिक ने कहा, ''अगर आप रूस से अपने हथियार खरीदने जा रहे हैं तो ये अमेरिका को नाराज करने का एक तरीका है।''
अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 26 फीसदी टैरिफ पर 9 जुलाई को खत्म होने वाली रोक से पहले दोनों पक्ष प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर अंतरिम सहमति बनाना चाहते हैं।
अमेरिका और भारत के बीच जल्द ही ट्रेड डील पर फैसला हो सकता है। हालांकि, भारत की ओर से इस डील को लेकर कोई आधिकारिक बयान अभी नहीं आया है।
जिनेवा में जारी एक जॉइंट स्टेटमेंट के अनुसार, दुनिया की सबसे बड़ी दो अर्थव्यवस्थाओं ने दोनों देशों में निर्मित वस्तुओं पर टैरिफ को अस्थायी रूप से कम करने पर सहमति व्यक्त की है।
बातचीत का उद्देश्य अमेरिका और चीन, दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच लंबे समय से चल रहे व्यापार विवाद को कम करना है।
यदि ब्रिटेन-अमेरिका समझौता एक ब्लूप्रिंट तैयार करता है, तो संभावना है कि अमेरिका अपने खुद के एक छोटे-से समझौते को अंतिम रूप देने के लिए भारत पर दबाव डाल सकता है।
ट्रंप ने इस ट्रेड डील के तहत ब्रिटेन के ऑटो, स्टील और एल्युमीनियम उत्पादों पर टैरिफ कम करने और अमेरिका से ब्रिटेन को अधिक बीफ (गोमांस) खरीदे जाने पर सहमति जताई है।
प्रस्तावित समझौते में भारत कपड़ा, रत्न, वाहन (विशेषकर इलेक्ट्रिक वाहन), वाइन, पेट्रोकेमिकल उत्पाद, डेयरी और सेब जैसे कृषि उत्पादों पर शुल्क रियायतें चाहता है।
भारत अमेरिका से अनुरोध कर सकता है कि वह उसे ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और जापान जैसे अन्य प्रमुख सहयोगियों के समान दर्जा प्रदान करे।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह किसी भी व्यापार वार्ता में चीन के प्रति "बहुत अच्छे" होने की योजना बना रहे हैं और यदि दोनों देश किसी समझौते पर पहुंचते हैं, तो टैरिफ कम हो जाएंगे।
भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते के लिए टीओआर में लगभग 19 अध्याय हैं। इनमें शुल्क, सामान, गैर-शुल्क बाधाएँ और सीमा शुल्क सुविधा जैसे मुद्दों को शामिल किया गया है।
पीयूष गोयल ने कहा कि हम बहुत सारे विषयों, बहुत सारे उत्पादों को कवर कर रहे हैं और मैं देश भर के कारोबारियों को आश्वस्त कर सकता हूं कि हम अपनी चर्चाओं में भारत के सर्वोत्तम हितों को सबसे आगे रख रहे हैं।
आरबीआई ने जुलाई में घरेलू मुद्रा में सीमापार व्यापार लेनदेन पर विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए थे।
अगर आप भी ट्रेडिंग करते हैं या फिर इसके बारे में जानकारी रखने के शौकिन है तो आपको ये खबर जान लेनी चाहिए। RBI ने ट्रेडिंग की टाइमिंग में बड़ा बदलाव किया है।
अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीवन म्नुचिन ने चार मई को चेतावनी दी थी कि अगर चीन ने व्यापार समझौते का सम्मान नहीं किया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे।
अमेरिका ने चीन को पीछे छोड़कर भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार होने का तमगा हासिल कर लिया है। इससे भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापार संबंधों का पता चलता है।
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि इस पर जनवरी में हस्ताक्षर हो सकते हैं।
भारत और अमेरिका को काफी उम्मीदें हैं कि इस साल की समाप्ति से पहले दोनों देश व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर कर लेंगे।
व्यापार मोर्चे पर पहले चरण के समझौते से अमेरिका और चीन के बीच व्यापार अधिक निष्पक्ष और पारस्परिक लाभकारी होगा।
देश के एक प्रमुख वाणिज्य एवं उद्योग मंडल ने रविवार को कहा कि प्रमुख क्षेत्रीय व्यापार समझौते आरसीईपी में शामिल नहीं होने से भविष्य में भारत के निर्यात और निवेश प्रवाह को नुकसान पहुंच सकता है।
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