चंडीगढ़ः पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को कहा कि सोशल मीडिया पर उन्हें पद से हटाए जाने की अटकलें निराधार हैं और वह मुख्यमंत्री बने रहेंगे। मान ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ तथाकथित विशेषज्ञों ने उनके अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान चार बार राज्य का मुख्यमंत्री बदल डाला। मुख्यमंत्री को बृहस्पतिवार को मोहाली के एक अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, जहां उन्हें थकान और हृदय गति धीमी होने के कारण भर्ती कराया गया था।
भगवंत मान ने विशेषज्ञों पर उठाया सवाल
भगवंत मान ने कहा कि जब अरविंद केजरीवाल अमृतसर के स्वर्ण मंदिर आए थे, तब उन्होंने कहा था कि मान ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘ये कौन हैं? पूर्व पत्रकार, पूर्व तस्कर, पूर्व गैंगस्टर, पूर्व नशेड़ी। ये लोग सोशल मीडिया पर विशेषज्ञ बनकर बैठे हैं। ये वीडियो के ‘व्यूज’ के लिए कुछ भी कह सकते हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ नहीं बोलते क्योंकि वे ईडी से डरते हैं।’’
सीएम मान ने लोगों से ऐसे ‘‘फेसबुक विशेषज्ञों’’ से बचने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है। बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर आए केंद्रीय मंत्रियों से संबंधित सवाल पर मान ने आरोप लगाया कि वे सिर्फ फोटो खिंचवाने के लिए यहां आ रहे हैं।
बाढ़ प्रभावित 2,300 गांवों में सफाई अभियान शुरू किया जाएगा
वहीं, भगवंत मान ने शनिवार को कहा कि राज्य के बाढ़ प्रभावित 2,300 गांवों में सफाई अभियान चलाया जाएगा जिसके लिए 100 करोड़ रुपये की राशि तय की गई है। मान ने यहां संवाददाताओं से कहा कि सरकार प्रत्येक गांव को एक जेसीबी मशीन, ट्रैक्टर-ट्रॉली और श्रमिक उपलब्ध कराएगी। बाढ़ से गांवों में आई रेत और पेड़ों समेत अन्य मलबा हटाया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘शुरुआत में प्रत्येक गांव को एक लाख रुपये प्रारंभिक राशि के तौर पर दिए जाएंगे। इसके बाद आवश्यकता के अनुसार अतिरिक्त धन उपलब्ध कराया जाएगा। यह अभियान 25 सितंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रभावित गांवों में स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे और 550 एंबुलेंस उपलब्ध कराई जाएंगी। स्वास्थ्य कर्मियों को पंचायत भवनों, धर्मशालाओं, आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों में तैनात किया जाएगा।
इनपुट- भाषा


