
Kharmas 2025 Date: हमारे हिंदू धर्म में खरमास का अपना एक अलग स्थान है। इस दौरान लोग शुभ काम करने से बचते हैं। बता दें कि खरमास पूरे एक माह तक रहता है, जब यह खत्म हो जाता है तो फिर से लोग अपने शुभ कार्य शुरू कर देते हैं। शास्त्रों के मानें तो जब सूर्य धनु और मीन राशि में प्रवेश करते हैं तो खरमास शुरू हो जाता है, इस समय सूर्य दक्षिणायन रहते हैं ऐसे में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।
क्यों नहीं होता शुभ काम
उनका मानना होता है कि खरमास के दौरान सूर्य देव अपना तेज खो देते हैं, और सूर्य देव के आने के बाद ही पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति हुई। इतना ही नहीं इस दौरान गुरु का प्रभाव भी खत्म हो जाता है। चूंकि गुरु को शुभ कार्यों का कारक माना जाता है, ऐसे में खरमास के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। शुभ कार्यों के लिए गुरु का उदय होना बेहद जरूरी होता है। शास्त्रों के मुताबिक, जब सूर्य धनु और मीन राशि में गोचर करते हैं तो खरमास प्रारंभ होता है और जब मकर राशि में जाते हैं तो खरमास का अंत होता है।
कब से कब तक रहेगा खरमास
हिंदू पंचांग के मुताबिक, 12 फरवरी को सूर्य देव कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं, इसके बाद वहीं 13 मार्च तक रहेंगे। इसके अगले दिन यानी 14 मार्च क सूर्यदेव मीन राशि में गोचर करेंगे। सूर्य के इसी गोचर के साथ यानी 14 मार्च से खरमास शुरू हो जाएगा। इसके बाद कोई शुभ कार्य एक माह बाद होगा। फिर सूर्य देव 14 अप्रैल को मीन राशि से निकलकर मेष राशि में जाएंगे और इसी के साथ खरमास खत्म हो जाएगा।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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