बेजान पिच के बाद इमरान ख़ान और सरफ़राज़ ने लाहौर में दूसर टेस्ट के लिये कप्तान मुश्ताक़ पर फ़ास्ट बॉलरों के मुताबिक़ विकेट बनवाने को कहा।
मैदान का ये आलम था कि पिच और आउट फ़ील्ड में कोई फ़र्क ही नज़र नहीं आ रहा था यानी चारों तरफ हरियाली। ज़ाहिर है पिच एकदम फ़ास्ट बॉलरों के लायक थी। टॉस के लिये जाने के पहले मुश्ताक़ ने उप कप्तान आसिफ़ इक़बाल से कहा कि उनका टॉस जीतना बहुत ज़रुरी है क्योंकि पिच पर घास ज़्यादा दिन नहीं टिकेगी।
टॉस मुश्ताक़ के हक़ में गया और उन्होंने भारत को बैटिंग करने का फ़ौरन न्यौता दे डाला। भारत की टीम में कोई बदलाव नही किया गया था जबकि पाकिस्तान ने दो बदलाव किये। उसने बैटिंग में सादिक़ मुहम्मद की जगह मुदस्सर नज़र को और बॉलिंग में सलीम अल्ताफ़ को खिलाया।
पाकिस्तान ने फास्ट बॉलरों ने भारत को 199 पर ऑलआउट कर दिया। इमरान और सरफ़राज़ ने चार-चार विकेट लिये। भारत की तरफ से सिर्फ दिलीप वेंगसरकर (76) कुछ प्रतिरोध कर सके। मोहिंदर अमरनाथ को इमरान की बॉल चेहरे पर लगी और उन्हें स्ट्रेचर पर ले जाना पड़ा।
जैसा कि मुश्ताक ने सोचा था दूसरे दिन पिच आसान हो गई और पाकिस्तान ने 539 रन बना डाले। भारतीय स्पिनरों की एक न चली और ज़हीर ने 234 रन बना दिये। 340 रन से पिछड़ने के बाद दूसरी पारी में भारत ने अच्छी बैंटिंग की और पहले चार बल्लेबाज़ों ने 50 से ज़्यादा रन बनाये। ये मैच भी ड्रॉ की तरफ बढ़ता लग रहा था।
आख़िरी दिन भारत का स्कोर पांच विकेट पर 407 था और क्रीज़ पर विश्वनाथ डटे हुए थे। भारत को मैच बचाने के लिये डेढ़ सेशन खेलना था तभी मुश्ताक ने बॉल मीडियम पेसर मुदस्सर नज़र को दे दी और उन्होंने विश्वनाथ के रुप में वो सफलता दिला दी जिसका पाकिस्तान को इंतज़ार था।
इसके बाद विकेट कीपर सय्यद किरमानी ने कुछ संघर्ष करने की कोशिश की और स्कोर 465 तक पहुंचा दिया। अह पाकिस्तान को जीत के लिये 25 ओवर में 125 रन बनाने थे।
बेदी ने डिफेंसिव फ़ील्ड लगा दी और बॉलरों से ऐसी बॉलिंग करने को कहा कि बैट्समैन रन न बना सके। कपिल ने बाउंसर और लेग स्टंप के बाहर बॉल कर रहे थे। इस पर ओपनर माजिद को इतना ग़ुस्सा आया कि उन्होंने स्टंप उखाड़कर इशारे से कपिल से कहा कि क्या इसे और लेग साइड में लगा दूं। इस पर अंपायर ने उन्हें चेतावनी भी दी।
एक तरफ माजिद और मुदस्सर तेज़ी से रन बना रहे थे दूसरी तरफ सूरज ढलता जा रहा था। आख़िरकार कपिल ने नज़र को आउट कर जोड़ी तोड़ दी। उस समय स्कोर 57 था। अमरनाथ ने माजिद को आउट किया लेकिन फिर भी पाकिस्तान को जीत के लिये अभी भी सात ओवर में 36 रन बनाने थे जो काम ज़हीर और आसिफ़ इक़बाल ने कर दिया और पाकिस्तान आठ विकेट से मैच जीत गया।
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