सिक्योर मैसेजिंग ऐप्स की दुनिया में इस समय वाट्सएप और टेलीग्राम का राज है। इन अरबों यूजर्स वाले प्लेटफॉर्म्स की नजर एलन मस्क के X-Chat पर भी है, जो कि टेलीग्राम जैसा है। अब इस दुनिया में एक और प्लेयर आ गया है। आप इसका इस्तेमाल करेंगे कि नहीं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कहां रहते हैं। इसका नाम है व्लाद्स ऐप ( Vlad’s app)। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सांसदों ने एक स्टेट कंट्रोल्ड मैसेजिंग ऐप को मंजूरी दी है। यह दूसरे विदेशी मैसेजिंग ऐप्स की जगह लेगा।
वाट्सएप और टेलीग्राम की जगह लेगा
पिछले महीने तुर्की की अनादोलु एजेंसी ने बताया कि ड्यूमा की सूचना नीति समिति के प्रमुख सर्गेई बोयार्स्की ने इसे "WhatsApp और Telegram जैसी सेवाओं का एक सुरक्षित, बहुक्रियात्मक विकल्प" बताया था। बोयार्स्की ने सुझाव दिया कि यह "हमारी डिजिटल सुरक्षा में आखिरी कमी को दूर करेगा" और "असुरक्षित विदेशी मैसेंजर" की जगह लेगा।
ऊपरी सदन में होना है पारित
रिपोर्ट्स के अनुसार मसौदा कानून को अभी भी संसद के ऊपरी सदन से पारित होना है और कानून बनने के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा हस्ताक्षरित होना है। डिजिटल विकास मंत्री माक्सुट शादेव ने पिछले हफ्ते राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ एक बैठक में एक राष्ट्रीय मैसेजिंग ऐप के साथ सरकारी सेवाओं को एकीकृत करने का प्रस्ताव दिया था, जिसमें इस क्षेत्र में अन्य देशों की तुलना में रूस की कमियों पर प्रकाश डाला गया।
क्या-क्या करेगा काम
कीव इंडिपेंडेंट के अनुसार, "नया ऐप रूसी राज्य और नगरपालिका डेटाबेस में एकीकृत किया जाएगा। इसमें आईडी के लिए, कॉन्ट्रैक्ट्स पर साइन करने के लिए, सेवाओं या वस्तुओं का पेमेंट करने के लिए यूजर्स की सहमति से निजी जानकारी ट्रांसफर की जा सकती है। इसका उपयोग कॉन्ट्रैक्ट्स पर साइन करने और "शैक्षिक सेवाओं" के लिए भी किया जा सकता है।
क्या आप कर पाएंगे यूज?
रूस से बाहर के यूजर्स इस नए रूसी ऐप का उपयोग नहीं कर पाएंगे। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार रूस के अंदर सरकार WhatsApp और Telegram को ब्लॉक कर सकती है, जिससे यूजर्स को आखिरकार इस नए ऐप का ही इस्तेमाल करना पड़ेगा।