सूडान में भूख और बीमारी से तड़पकर 71 बच्चों की दर्दनाक मौत ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। संयुक्त राष्ट्र संघ भी इस दर्दनाक वाक्ये से हैरान है। इस बीच 300 से अधिक बच्चों को भूख और बीमारी से बचाने के लिए सुरक्षित ठिकाने पर ले जाया गया है।
एक बच्चा जो ऐसी जगह खड़े होकर चल रहा है कि अगर जरा सा भी उसके पांव लड़खड़ाते तो वह सीधे बहुमंजिला इमारत से नीचे गिरता और शायद ही उसकी जान बच पाती लेकिन बच्चे की किस्मत देखिए वह जैसे के तैसे सुरक्षित उस जगह पर चलता रहा और उसे कुछ भी नहीं हुआ।
सिहोर में बोरवेल में गिरी बच्ची को बचाने की कोशिश पिछले 17 घंटे से जारी है। फिलहाल बच्ची बोरवेल में 50 फीट की गहराई पर फंसी हुई है।
कांकेर के इस दत्तक ग्रहण केंद्र में 0 से 6 वर्ष तक के यतीम बच्चों को रखा जाता है। यहां बाहरी लोगों का आना जाना मना है। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यहां सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं जो रात में प्रोग्राम मैनेजर बंद कर दिया करती है।
Astrology: कहते हैं कि धरती पर जन्म लेने वाला हर मनुष्य अपनी किस्मत लिखवा कर आता है। ठीक ऐसे ही कुछ शुभ योग होते हैं, जिनमें जन्म लेने वाले बच्चे बहुत ही भाग्यवान होते हैं। तो आइए जानते हैं उन शुभ योग के बारे में।
अमेरिका में भारतीय लोगों के बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर एक विधेयक पेश किया गया है। भारतीय-अमेरिकी कांग्रेस सदस्यों राजा कृष्णमूर्ति और एमी बेरा सहित अमेरिकी सांसदों के एक समूह ने लंबी अवधि के वीजा धारकों के बच्चों को 21 साल की उम्र में स्व-निर्वासित होने से बचाने के लिए एक द्विदलीय इस विधेयक को फिर से पेश किया है।
स्टेशन पर पहुंचने के बाद ट्रक में बच्चों के डाले जाने की जानकारी कुछ हिंदूवादी संगठनों ने पुलिस को दी। पुलिस के मुताबिक, यह सभी बच्चे इलाके के ही एक मदरसा में पढ़ते थे।
आरोप है कि महिला डॉक्टर नवजात शिशुओं को लाखों रुपये में खरीद-फरोख्त कर रही है। महालक्ष्मी नर्सिंग की डॉक्टर चित्रा चैनानी ने बताया कि डॉक्टर ने बच्चों की खरीद-फरोख्त के लिए बाजार लगा रखा था।
कहा गया है कि "जाको राखे साइयां...मार सके न कोय।" यह कहावत एक बार फिर कोलंबिया में सच साबित हुई है। अधिकारियों के अनुसार करीब दो हफ्ते पहले कोलंबिया में एक विमान हादसे का शिकार हो गया था। इस दर्दनाक हादसे में पायलट के अतिरिक्त दो यात्री भी मारे गए थे। जबकि अन्य लोग लापता थे।
42 वर्ष पहले ब्रिटेन में हुई भारतीय मूल के आठ वर्षीय स्कूली बच्चे के मामले की फिर से जांच शुरू हो गई है। अब तक मृतक के हत्यारे को खोजा नहीं जा सका है, लिहाजा पुनः तहकीकात शुरू कर दी गई है। वह चार दशक पहले घर लौटते समय लापता हो गया था। विशाल मेहरोत्रा नामक यह बच्चा 29 जुलाई, 1981 को दक्षिण लंदन से गायब हो गया था।
यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसेल ने कहा, ‘‘महामारी के चरम पर, वैज्ञानिकों ने तेजी से ऐसे टीके विकसित किए, जिन्होंने अनगिनत लोगों की जान बचाई, लेकिन इस ऐतिहासिक उपलब्धि के बावजूद, सभी प्रकार के टीकों के बारे में भय और गलत सूचना वायरस की तरह प्रसारित हुई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ये आंकड़े चिंताजनक चेतावनी संकेत हैं।
बेंगलुरु में पानी की पाइप लाइन बनाने के लिए खोदे गए गड्ढे में गिरकर 2.5 साल के बच्चे की मौत हो गई है।इसके बाद इंजीनियर और ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
पाकिस्तान में अफगानिस्तान की सीमा से लगे खाली पड़े एक मकान में खेल रहे बच्चों की बम फटने से दर्दनाक मौत हो गई। दरअसल यह बच्चे खाली मकान में पड़े बम को लेकर खेल रहे थे। इसी दौरान अचानक बम फट गया और मौके पर मौजूद तीनों बच्चों की मौत हो गई।
यूक्रेन के एक बचाव संगठन के प्रमुख माइकोला कुलेबा ने कहा कि वह युद्ध के दौरान रूस ले जाए गए 31 बच्चों को वापस लेकर आए हैं। कुलेबा ने शनिवार को कीव में एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। वह ‘सेव यूक्रेन’ संगठन के कार्यकारी निदेशक हैं।
बच्ची की मौत 12 मार्च को हुई है और इसी दिन उसका बर्थडे भी था। परिवार ने उसी दिन बच्ची का अंतिम संस्कार भी कर दिया। परिवार बच्ची का पहला बर्थडे नहीं मना पाया था इसलिए दूसरा बर्थडे धूमधाम के साथ मनाने की तैयारी कर रहा था और इस बीच यह हादसा हो गया।
संजय राउत और राघव चड्ढा ने अपने ट्विटर हैंडल पर ऐसी तस्वीरें साझा की हैं, जिसमें आम आदमी पार्टी नेता एवं राज्य के तत्कालीन शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया स्कूलों में नाबालिग बच्चों के साथ दिख रहे हैं।
नायर ने बताया कि एक ऐप पर ऑनलाइन फंड इकट्ठा करने के लिए पेज शुरू करने के बाद से ही डोनेशन आने शुरू हो गए लेकिन 15.31 करोड़ रुपये देने वाले ‘फरिश्ते’ की पहचान गुप्त है।
आरोपी ने 9 फरवरी को गुजरात के डुंगरा थाना क्षेत्र से 6 साल की एक बच्ची का अपहरण कर लिया था।
तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के वीडियो और तस्वीरें बेहद डरावने हैं। एक बड़े पत्थर के मलबे में दबी 7 वर्षीय एक बच्ची की तस्वीर अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसने अपने नन्हें भाई को आगोश में छुपाए रखा है। ताकि मौत उसका बाल बांका न कर सके। इस पत्थर के नीचे अपने भाई के समेत यह बच्ची 17 घंटे तक दबी रही।
असम में बाल विवाह के खिलाफ 3 फरवरी को शुरू किए गए अभियान में सोमवार तक राज्य में कम से कम 2,441 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस अभियान के कारण असम की बराक घाटी में हैलाकांडी, कछार और करीमगंज जिलों में कई नाबालिग लड़कियों की कई शादियां रद्द करनी पड़ी हैं।
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