लंदन में विदेश मंत्री एस जयशंकर दिवाली रिसेप्शन में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने यहां लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हम भारत और यूके के बीच संबंधों को नया रूप देने की कोशिश कर रहे हैं।
भारत और मालदीव ने शनिवार को एक-दूसरे के COVID-19 वैक्सीन प्रमाण पत्रों को पारस्परिक रूप से मान्यता देने पर सहमती जताई है. ये एक ऐसा कदम है जो दोनों देशों के बीच आसान यात्रा की सुविधा प्रदान करेगा और पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा देगा।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया, 'ऑस्ट्रियाई विदेशमंत्री शालेनबर्ग के साथ रोचक शाम रही। विस्तृत और सार्थक चर्चा हुई। हमारे द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की गई और नयी आर्थिक संभावनाओं की पहचान की गई।'
पासपोर्ट सेवा दिवस के अवसर पर एस. जयशंकर ने कहा कि सरकार का इरादा प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में एक पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र खोलने का है।
जयशंकर ने विदेश मंत्री के तौर पर 30 मई को कार्यभार संभाला था। मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद वह अपनी पहली विदेश यात्रा के तहत शुक्रवार को भूटान पहुंचे।
विदेश मंत्री एस जयशंकर दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को भूटान पहुंचे। मंत्री का पद संभालने के बाद यह उनका पहला विदेश दौरा है जिसके दौरान वह अपने भूटानी समकक्ष के साथ वार्ता करेंगे और प्रधानमंत्री लोते त्शेरिंग से मुलाकात करेंगे।
जयशंकर ने कहा, “भारत में ज्यादातर लोगों ने यह स्वीकारा है कि पिछले पांच साल में दुनियाभर में भारत का कद बढ़ा है।”
जयशंकर ने भारत के शीर्ष राजनयिक पद पर विदेश सचिव के रूप में भी काम किया है। चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि जयशंकर ने भारत के शीर्ष राजनयिक और चीन में राजदूत के रूप में "चीन-भारत संबंधों के विकास में सकारात्मक योगदान दिया।"
जयशंकर के ट्वीट से एक दिन पहले उनके बेटे ध्रुव जयशंकर का ट्वीट सुर्खियों में आ गया था। दरअसल ध्रुव से किसी ने ट्वीट कर पासपोर्ट या वीजा संबंधी मदद मांगी थी। ट्वीट का जवाब देते हुए ध्रुव ने कहा था, "ड्यूड, गलत ट्विटर हैंडल।"
जयशंकर ने विदेश सचिव के रूप में अमेरिका, चीन समेत बाकी देशों के साथ भी महत्वपूर्ण बातचीतों में हिस्सा लिया। चीन के साथ 73 दिन तक चले डोकलाम विवाद को सुलझाने में भी जयशंकर का अहम रोल बताया जाता है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को कहा कि पिछले साढ़े चार साल में विदेशों में फंसे करीब दो लाख प्रवासियों को वापस भारत लाया गया।
चीन द्वारा हिन्द महासागर में अपनी उपस्थिति बढ़ाए जाने के मद्देनजर स्वराज का यह बयान काफी महत्वपूर्ण है। गौरतलब है कि नये सिल्क रूट के निर्माण के तहत राष्ट्रपति शी चिनफिंग की ‘वन बेल्ट, वन रोड’ पहल में हिन्द महासागर प्रमुखता से आता है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को एक नई योजना की शुरुआत की। इसके तहत कोई व्यक्ति चाहे कहीं भी रहता हो, देश में कहीं से भी पासपोर्ट के लिए आवेदन कर सकता है। विदेश मंत्री ने एक मोबाइल एप्लिकेशन की भी शुरुआत की।
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