इसके अलावा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को उनके पद से हटाने की मांग के साथ सरकार को एक ज्ञापन सौंपा जाएगा उन्होंने कहा कि विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन से जुड़े सभी किसान समूह अखिल भारतीय प्रदर्शन का समर्थन करेंगे।
पीड़ित ने यह दावा किया कि वह एक फार्म से चिकन लेकर प्रदर्शन स्थल के पास डिलिवरी के लिए जा रह था। उसी समय सरदार जी आए और उससे चिकन की मांग करने लगे।
गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों द्वारा नीचे की सर्विस रोड वाले हिस्से को खोला जा रहा है। जो रोड गाजियाबाद से दिल्ली की तरफ जाती है, उसके सर्विस लेन वाले हिस्से को खोला जाएगा जिस पर मीडिया सेंटर बना था और जहां लंगर लगते थे। अब किसान सिर्फ ऊपर फ्लाईओवर वाले हिस्से पर बैठे रहेंगे।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गुरुवार को कहा कि 'हमने कहां रास्ता रोक रखा है, पुलिस ने रास्ता रखा है, हम पूरा रास्ता खोलेंगे, दिल्ली जाएंगे, हमने तो दिल्ली जाना है।'
दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों के सड़कें बंद करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जताई है। दिल्ली के बॉर्डर से किसानों को हटाने के लिए दायर याचिका पर कोर्ट ने समय देते हुए 7 दिसंबर को अगली सुनवाई तय की है। मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस एसके कौल ने कहा कि सड़कें साफ होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम बार-बार कानून तय करते नहीं रह सकते। आपको आंदोलन करने का अधिकार है, लेकिन सड़क जाम नहीं कर सकते।
नए कृषि कानूनों को लेकर देशभर में जारी किसान आंदोलन के कारण बंद रास्तों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हो चुकी है। मोनिका भारद्वाज और हरियाणा सरकार की याचिका पर सुनवाई शुरू हो चुकी है।
राकेश टिकैत ने कहा कि सिंघु बॉर्डर पर मर्डर के पीछे बड़ी साजिश है। गिरफ्तारी हुई अब कानून अपना काम करेगा। सिंघु बॉर्डर पर पुलिस प्रशासन के सामने हत्या की गई।
प्रदर्शनकारी किसानों ने सोमवार को चिल्ला बॉर्डर बंद कर दिया, जिसके बाद नोएडा एक्सप्रेस वे पर भीषण जाम लग गया। पुलिस के मनाने पर किसान मान गए और सेक्टर 6 अथॉरिटी में सीईओ से मिलने के लिए राजी होने के बाद किसान सड़क से हट गए।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की सोमवार को बैठक होगी, जिसमें पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से लेकर किसानों के आंदोलन तथा कोविड-19 महामारी जैसे मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।
सिंघू बॉर्डर के पास किसानों के प्रदर्शन स्थल पर एक मजदूर की पीट-पीट कर हत्या करने में कथित तौर पर संलिप्त रहे तीन लोगों को सोनीपत की एक अदालत ने छह दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
सिंघु बॉर्डर पर एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या को लेकर आलोचना झेल रहे किसान नेताओं ने शनिवार को कहा कि वे प्रदर्शन स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर तथा स्वयंसेवकों की संख्या बढ़ाकर सुरक्षा चौकस करेंगे और इस घटना का केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
सूत्रों के मुताबिक, सिंघू बॉर्डर हत्याकांड में दो आरोपियों की पहचान हुई है। वहीं कुंडली में एक व्यक्ति का शव मिलने के मामले में हरियाणा पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया।
निहंगों की संख्या आज भले ही सीमित हो, लेकिन वे सिख धर्म में एक विशेष स्थान रखते हैं।
सिंघु बॉर्डर पर जहां किसानों का आंदोलन चल रहा है वहां एक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई है। मारे गए 35 वर्षीय शख्स की पहचान दलित युवक लखबीर सिंह के तौर पर हुई है। वह पंजाब के तरनतारन का रहनेवाला है। उसके हाथ और पांव काटकर उसे पुलिस बैरिकेड पर लटका दिया गया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंत्री के आने की सूचना पर सैकड़ों किसान विरोध प्रदर्शन करने के लिए गांव खरकड़ी में एकत्र होकर पहाड़ी के लिए निकले थे।
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से कहा था कि राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश के कई राजनीतिक दलों और पश्चिम बंगाल के एक प्रमुख दल (तृणमूल कांग्रेस) के नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दी है, लेकिन कांग्रेस के नेताओं को अनुमति नहीं दी जा रही है। वेणुगोपाल ने कहा था कि कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को भी दौरा करने की अनुमति दी जाए। लखनऊ में कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी के लखनऊ पहुंचने से जुड़ी सारी तैयारियां की जा रही हैं।
यूपी के लखीमपुर खीरी में आज होगा मारे गए किसानों का अंतिम संस्कार,कल पोस्टमार्टम के बाद सौंपे गए शव साथ ही अब लखीमपुर खीरी में सामान्य हो रहे हैं हालात लेकिन धारा 144 अब भी लागू
बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 4 किसान, 3 बीजेपी कार्यकर्ता और 1 बीजेपी नेता का ड्राइवर शामिल है।
उन्होंने कहा, "जिन परिवारों को लग रहा है कि दबाया जा रहा है और उनकी बातें आगे नहीं पहुंचती हैं, ऐसे में अगर प्रियंका वहां जाकर लोगों से मिलती है और उन्हें समर्थन करती है तो जरूर लोगों को लगेगा कि कोई तो उनसे मिलने के लिए आया है।"
लखीमपुर में हुई हिंसा में प्रशासन और किसानों को बीच समझौता हो गया है। प्रशासन मृतक किसानों के परिवार को 45-45 लाख रुपये का मुआवजा देगा, साथ ही मामले की न्यायिक जांच होगी।
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