सिद्धारमैया ने कर्नाटक के CM पद की शपथ ले ली है। उन्हें दूसरी बार राज्य की कमान मिली है। इस दौरान मंच पर राहुल और प्रियंका गांधी मौजूद रहे। सोनिया गांधी तबीयत खराब होने की वजह से समारोह में नहीं पहुंचीं।
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी सिद्धारमैया के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगी। इस समारोह में प्रियंका गांधी और राहुल गांधी समेत तमाम बड़े कांग्रेस नेता शामिल होंगे।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली जीत के बाद आज मुख्यमंत्री के रूप में सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री के तौर पर डीके शिवकुमार ने पद और गोपनीयता की शपथ ली।
कल दोपहर साढ़े 12 बजे बेंगलुरु के कांतिरावा स्टेडियम में सिद्धारमैया सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा। बताया जा रहा है कि सिद्धारमैया समेत 21 विधायक कल मंत्रीपद की शपथ ले सकते हैं।
कर्नाटक की बंपर जीत ने कांग्रेस के लिए केवल प्राण फूंकने वाली संजीवनी बूटी की काम ही नहीं किया बल्कि अब पार्टी 2024 का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए दोगुने जोश से काम करने में भी जुट गई है।
चुनाव परिणामों की घोषणा के एक दिन बाद 14 मई को सीएलपी की बैठक हुई थी जिस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को नए मुख्यमंत्री का फैसला करने के लिए अधिकृत करते हुए एक पंक्ति का प्रस्ताव पारित किया गया था।
बुधवार रात तक, डीके शिवकुमार सीएम पद के सवाल पर अड़े हुए थे लेकिन गांधी परिवार की तरफ से दबावों के बाद उन्होंने मान लिया.
कर्नाटक सीएम का फैसला कांग्रेस हाईकमान के लिए बहुत मुश्किल भरा था। हाईकमान के फैसले के बाद अब बेंगलुरु में सिद्धारमैया खेमें में जहां जश्न है वहीं कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार को चार दिनों की रस्सा कस्सी के बाद हाईकमान के आगे सरेंडर करना पड़ा।
एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा है कि मैं इस फैसले से पूरी तरह खुश नहीं हूं लेकिन कर्नाटक और कर्नाटक के लोगों के हित में पार्टी आलाकमान के इस फैसले को हम स्वीकार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी लंबा समय है देखते हैं क्या होता है।
सिद्धारमैया कर्नाटक के सीएम होंगे तो कांग्रेस के कर्नाटक अध्यक्ष डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे। डीके शिवकुमार कर्नाटक के सीएम भले ही नहीं बन पाए लेकिन कांग्रेस आलाकमान से अपनी एक जिद मनवाने में जरूर कामयाब रहे।
सिद्धारमैया कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री होंगे। वहीं कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे। आखिर वो कौनसे फैक्टर रहे जिनकी वजह से सिद्धारमैया ने डीके शिवकुमार को सीएम की रेस से बाहर कर दिया।
सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच सीएम पद को लेकर मंथन खत्म हुआ और सिद्धारमैया को सीएम बनाया गया। इस खबर में हम आपको सिद्धारमैया के जीवन के बारे में कई सारी अहम बाते बताएंगे।
पार्टी के अंदर तीसरे नाम पर भी चर्चा तेज हो गई है। सूत्रों के मुताबिक सीएम पद के लिए लिंगायत और दलित नामों पर भी पार्टी चर्चा कर रही है।
पुलिस ने यात्रियों की जान जोखिम में डालने के आरोप में 56 साल के प्रवीण कुमार को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (KIA) पर अरेस्ट किया है।
जब भी कोई पार्टी विषम परिस्थितियों में जीतती है, लंबी लड़ाई के बाद सफलता हासिल करती है तो जीत के कई दावेदार होते हैं. कर्नाटक में दो दावेदार तो सामने दिखाई दे रहे हैं, कई पर्दे के पीछे हैं, इसलिए फैसला करना आसान नहीं होगा.
कर्नाटक में सिद्धारमैया का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए फाइनल हो चुका है, उन्हें बता दिया गया है। ऐलान में देरी इसलिए हो रही है क्योंकि डीके शिवकुमार डिप्टी CM बनने के लिए राजी नहीं हैं।
सुधाकर ने ट्वीट कर कहा, '2018 में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार के दौरान, जब भी विधायक तत्कालीन समन्वय समिति के अध्यक्ष सिद्धारमैया के पास अपनी समस्याओं के लिए जाते थे, तो वे अपनी बेबसी व्यक्त करते थे और कहते थे कि सरकार में उनकी कोई भूमिका नहीं है और उनके निर्वाचन क्षेत्र/जिले के काम खुद ही ठप हैं।'
कर्नाटक के सीएम को लेकर मल्लिकार्जुन खरगे आज फिर सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार से मुलाकात कर सकते हैं। कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी परेशानी ये है कि शिवकुमार टस से मस होने को तैयार नहीं है।
कर्नाटक का सीएम तय करने के लिए दिल्ली में हलचल तेज़ हो गई है। हाईकमान के बुलाने पर डीके शिवकुमार दिल्ली पहुंच गए हैं और वह कांग्रेस अध्यक्ष खरगे के घर हो रही मीटिंग में शामिल होंगे।
कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने दिल्ली जाने से पहले बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि मैं बैकस्टैब नहीं करूंगा और मैं ब्लैकमेल नहीं करूंगा। हमारी संख्या 135 है। मैं यहां किसी को विभाजित नहीं करना चाहता।
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