Heavy rain in barmer: प्री मॉनसून बारिश से एक तरफ जहां बाड़मेर शहर की हालत खराब हो गई। हर तरफ जलभराव हो गया। वहीं दूसरी तरफ किसानों के चेहरों पर खुशी लौट आई।
इस साल प्री-मानसून सीजन में 16 मई तक 18 राज्यों में सामान्य से 90 फीसदी तक कम बारिश हुई है। ढाई महीने में देश में 92.2 मिमी बारिश होनी चाहिए, लेकिन 88 मिमी ही हुई। प्री-मॉनसून के समय में बारिश की कमी आने वाले समय के लिए बड़ी चेतावनी है।
तीन महीने की अवधि का मॉनसून से पहले का सीजन- मार्च, अप्रैल और मई 25 प्रतिशत कम वर्षा के साथ समाप्त हुआ।
मंगलवार को भी दिल्ली-एनसीआर में पूरे दिन बादल छाए रहे लेकिन बारिश नहीं हुई थी। बुधवार को सुबह से ही मौसम बदल गया। बारिश के साथ हल्की ठंडी हवाएं भी चल रही हैं।
कुछ इलाकों में बारिश के चलते लंबा जाम भी लग गया। बीएमसी के दावों की पोल खुली तो लोग ख़ुद राहत तलाशने की उम्मीद करने लगे। चंद घंटों की बारिश में जिस इलाक़े की तस्वीर सबसे पहले बदरंग हुई वो था मालाबार हिल्स। जहां पता ही नहीं चल पा रहा था कि सड़कें कहां हैं, मेन होल कहां है और गड्ढे कहां हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक मार्च से मई के दौरान देश के सभी 36 सब डिविजन में अधिकतम, सामान्य और न्यूनतम तापमान औसत से ऊपर रह सकता है
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