दिल्ली के लाल किले पर 26 जनवरी को धार्मिक झंडा फहराने और दंगे भड़काने के मामले में आरोपी अभिनेता दीप सिद्धू की जानकारी देने वाले को दिल्ली पुलिस ने 1 लाख रुपए इनाम देने की घोषणा की है।
किसानों के आंदोलन में कुछ एंटी सोशल एलिमेंट घुस गए हैं। लाल किले पर जो कुछ भी हुआ उससे किसान संगठनों का भी नुकसान हुआ है। किसान संगठनों के प्रति लोगों की सहानुभूति कम हुई है।
राजधानी में गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल क़िले पर सीआईएसएफ जवानों पर हमला करने के आरोपी आकाश प्रीत सिंह को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी पर तलवार से जवानों पर हमला करने का आरोप है।
YOU ARE AT:Hindi Newsभारतराष्ट्रीय26 जनवरी हिंसा मामला: अब तक 38 FIR और 84 लोगों को किया गया गिरफ्तार, 1700 वीडियो क्लिप मिले 26 जनवरी हिंसा मामला: अब तक 38 FIR और 84 लोगों को किया गया गिरफ्तार, 1700 वीडियो क्लिप मिले 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर अभी तक कुल 38 FIR दर्ज़ की गई है और 84 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। Abhay ParasharAbhay Parashar@abhayparashar Updated on: January 30, 2021 23:22 IST 38 FIR registered & 84 people arrested by Delhi police in republic day violence Farmers protest late- India TV Hindi Image Source : PTI/FILE PHOTO 38 FIR registered & 84 people arrested by Delhi police in republic day violence Farmers protest latest update news नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) के दिन ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक 38 मामले दर्ज किए हैं और 84 लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। नए कृषि कानूनों को लेकर जारी किसान आंदोलन के बीच 26 जनवरी को देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस एक्शन मोड में है। पुलिस ने पहले ही साफ कर दिया है कि इस घटना के दोषियों को कतई बख्शा नहीं जाएगा। दिल्ली पुलिस ने शनिवार को बताया कि दिल्ली पुलिस को आम जनता से ट्रैक्टर परेड हिंसा से संबंधित 1700 वीडियो क्लिप और सीसीटीवी फुटेज प्राप्त हुई हैं। साथ ही दिल्ली पुलिस 26 जनवरी को हुई हिंसा को लेकर की जा रही जांच में मोबाइल कॉल के डेटा, ट्रैक्टरों के पंजीकरण संख्या की पड़ताल कर रही है। राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के दल को दिल्ली ट्रैक्टर परेड हिंसा से संबंधित वीडियो की जांच करने के लिए बुलाया गया है। तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में निकाली गई ट्रैक्टर परेड में हिंसा की वजह से दिल्ली में 26 जनवरी के दिन अफरातफरी मच गई थी। अनेक प्रदर्शनकारी लालकिला परिसर में घुस गए थे तथा वहां ध्वज-स्तंभ पर अपना झंडा लगा दिया था जहां प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पहली बार किसान आंदोलन पर खुलकर बड़ी बात की। अमरिंदर सिंह ने 26 जनवरी को दिल्ली में हिंसा और लाल किले पर निशान साहिब को फहराए जाने की घटना की निंदा की है। अमरिंदर ने कहा कि किसान आंदोलन ने साख खो दी है। अमरिंदर सिंह ने कहा कि लाल किले पर हिंसा के बाद किसान आंदोलन भटक गया है। अब किसान आंदोलन में वो बात नहीं रह गई है जो 26 जनवरी की हिंसा के पहले थी।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पहली बार किसान आंदोलन पर खुलकर बड़ी बात की। अमरिंदर सिंह ने 26 जनवरी को दिल्ली में हिंसा और लाल किले पर निशान साहिब को फहराए जाने की घटना की निंदा की है। अमरिंदर ने कहा कि किसान आंदोलन ने साख खो दी है।
दिल्ली के लाल किले पर धार्मिक झंडा लगाने के मामले में आरोपी दीप सिद्धू ने कहा है कि उन्हें सच्चाई सामने लाने के लिए कुछ वक्त चाहिए और उसके बाद वह जांच में शामिल होंगे।
गणतंत्र दिवस पर लाल किले पर प्रदर्शनकारी किसानों के उपद्रव के दौरान जहां इस राष्ट्रीय धरोहर को भारी नुकसान पहुंचा, वहीं कई ऐतिहासिक पुरावशेष गायब भी हुए हैं।
सिख धर्म के प्रतीक निशान साहिब को स्थापित करने के लिए लोगों को उकसाने के आरोपों के बाद से उनका कोई पता नहीं लग पाया है। सिद्धू को अभिनेता और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद सनी देओल का करीबी भी बताया जा रहा है।
किसान आंदोलन की आड़ में 26 जनवरी को दिल्ली में हिंसा करने वाले दंगाइयों के खिलाफ अब देशद्रोह का मुकदमा चलेगा।
दिल्ली में ऐतिहासिक लाल किले को 31 जनवरी तक बंद करने के आदेश दे दिए गए हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा एक आदेश जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि लाल किला 27 जनवरी से 31 जनवरी तक पर्यटकों के लिए बंद किया जा रहा है।
ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा के बाद हरियाणा में विरोध कर रहे किसान बुधवार को अपना समर्थन खोते दिखे।
बता दें कि हाथों में लाठी, तिरंगा और यूनियन के झंडे लिये हजारों किसान 26 जनवरी को ट्रैक्टरों पर सवार होकर विभिन्न स्थानों पर अवरोधकों को तोड़ते हुए राजधानी में प्रवेश कर गये जिनकी विभिन्न जगहों पर पुलिस के साथ झड़प हुयी।
वीडियो में जो तस्वीरें सामने आई हैं वे ये साबित करने वाली हैं कि लाल किले में जो कुछ हुआ वो महज़ उन्माद की नतीजा नहीं था। वो कोई भटकी हुई भीड़ नहीं थी। वो रास्ते छोड़कर आई भीड़ नहीं थी। बल्कि वो एक बड़ी प्लानिंग के बाद साज़िश की गई थी। ये तस्वीरें उस वक्त की हैं जब किसानों का चोला पहने भीड़ लाल किले के अंदर घुस रही थी।
कांग्रेस ने किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा को लेकर बुधवार को आरोप लगाया कि यह एक ‘सुनियोजित साजिश’ थी और इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह जिम्मेदार हैं।
दिल्ली पुलिस ने किसान नेताओं पर नकेल कसना शुरू कर दिया है। दिल्ली पुलिस ने बड़े किसान नेता राकेश टिकैत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इसके अलावा दर्शन पाल, योगेंद्र यादव, राजिंदर सिंह, बलबीर सिंह राजेवाल और बूटा सिंह बुर्जगिल के खिलाफ भी FIR हुई है।
26 जनवरी को दिल्ली में जो हुआ वो गणतंत्र के 72 साल के इतिहास में कभी नहीं हुआ। देश की शान के प्रतीक लाल किले पर दंगाइयों ने जो हिंसा और तोड़फोड़ की। वो लोकतंत्र का अपमान और संविधान पर हमला है।
लाल किले समेत दिल्ली में कई जगह हुई हिंसा के मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। इस अहम बैठक में केंद्रीय गृह सचिव और IB के निदेशक भी शामिल होंगे।
इंडिया टीवी के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में किसान यूनियन के नेता सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि दिल्ली पुलिस के हस्तक्षेप तक ट्रैक्टर परेड शांतिपूर्ण थी।
कृषि बिलों का विरोध कर रहे किसानों ने दिल्ली में जो उत्पात मचाया, उसकी खौफनाक तस्वीरें आ रही हैं। कल किसानों के निशाने पर मुख्यत: दिल्ली का लाल किला रहा। यहां दोपहर दो बजे से दंगाइयों ने जमकर उत्पात किया। इस बीच दंगे के बाद लालकिले की तस्वीरें सामने आई हैं। दंगाइयों ने लालकिले के अंदर जमकर तोड़फोड़ की। उपद्रवियों ने लाल किले के टिकट काउंटर, कम्प्यूटर तोड़ डाले, वहीं लाल किले के पास खड़ी पुलिस की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की।
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