बंगलुरु में जल संकट गहरा गया है। पैसे वालों के लिए पानी इतनी बड़ी समस्या नहीं है लेकिन जिन लोगों के पास पैसों की किल्लत है, वे पानी की किल्लत से भी जूझ रहे हैं क्योंकि टैंकर का पानी महंगा पड़ रहा है।
बेंगलुरू के बाद अब मंगलुरू को पीने के पानी की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल पीने के पानी की बड़ी स्त्रोत नेत्रवती नदी के सूख जाने के कारण और थुम्बे जलाशय में पानी के स्तर में गिरावट आने के कारण यहां रोजाना जल आपूर्ति नहीं होगी।
बेंगलुरु में जल संकट गहराता जा रहा है। इसके मद्देनजर जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड ने पेयजल के गैर-जरूरी उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है।
इस जल संकट ने शहर में कई परेशानियां खड़ी कर दी हैं। जानकारों के अनुसार, बारिश कम होने की वजह से शहर का जलस्तर नीचे चला गया है। इसके साथ ही शहर की कई झीलें भी सूख गई हैं।
बेंगलुरु बीते कुछ दिनों से पीने के पानी की संकट से जूझ रहा है। ऐसे में अब जल आपूर्ति बोर्ड ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में निजी पानी के टैंकरों के खिालफ कार्रवाई की गई है और जनता से भी बोर्ड ने अपील की है।
पहले से ही आर्थिक संकट झेल रहे पाकिस्तान के लिए अब एक और बुरी खबर है, भारत ने रावी नदी का पानी रोक दिया है। पाकिस्तान में जल संकट की समस्या हो सकती है। क्या है पूरा मामला, जानिए-
अनूपपुर जिले के चौरादादर गांव के लोग रोजाना सुबह होते ही अपने घर से दो से तीन किमी दूर दूसरे गांव में जंगली और पहाड़ी रास्तों से होकर पानी के लिए पहुचते हैं। अपने सूखे कंठो की प्यास बुझाने के लिए रोजाना इसी दिनचर्या से जूझते हैं।
दिल्ली के कई इलाकों में पीने के पानी की समस्या हो रही है। जल बोर्ड ने कहा है कि यमुना में अमोनिया के पाए जाने के बाद इसकी जांच की जा रही है।
आतिशी मार्लेना ने दिल्ली में गंभीर जल संकट की आशंका जाहिर की है। उनका कहना है कि दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) को धनराशि जारी नहीं की गई है।
मध्य प्रदेश में चुनावी फिजा चल रही है। नेता जनता के बीच अपना-अपना विकास गिना रहे हैं और भविष्य के लिए वादे और योजनाएं देकर लोगों को बहला रहे हैं। लेकिन इसी राज्य में एक ऐसा गांव भी है जहां आज भी जानवर और इंसान एक ही गड्ढे से पानी पी रहे हैं।
दिल्ली में यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण तीन जल शोधन संयंत्रों (वाटर ट्रीटमेंट प्लांट) बंद हो गए हैं, जिसके बाद राजधानी के कई सारे इलाकों में पीने के पानी की किल्लत होने वाली है।
मध्य प्रदेश के डिंडौरी जिले में कुछ गांव के लोग प्रसाशन के भ्रष्टाचार की कीमत नाले का पानी पीकर चुका रहे हैं। यहां सरकार की नलजल योजना का पानी निकल गया। एक गांव में तो 80 लाख की योजना से केवल 8 दिन ही पानी मिल पाया।
महंगा फोन ढूंढने के लिए एक फूड इंस्पेक्टर ने डैम में पंप लगवाकर लाखों लीटर पानी बहा दिया। पानी इतना बहाया गया कि उसमें डेढ़ हजार एकड़ खेतोंकी सिंचाई की सिंचाई हो जाती। फोन के लिए इतना पानी बर्बाद कर देना बहुत बड़ी लापरवाही है।
8 मार्च को देश में होली का त्यौहार है। त्योहार पर पानी का इस्तेमाल ज्यादा बढ़ जाता है। वहीं, दिल्ली के सिविल लाइंस, हिंदू राव हॉस्पिटल, कमला नगर, करोल बाग और एनडीएमसी के कई क्षेत्रों में लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ सकता है।
दिल्ली के वसंत कुंज सेक्टर सी 8 में रहने वाले लोगों को लगातार सात दिनों से पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है। लगभग 1100 अपार्टमेंट्स हैं और 3500 लोग रहते हैं।
Karnataka News: कर्नाटक पिछले दो दशक में 15 वर्षों से अधिक समय तक सूखे से ग्रस्त रहा है। ऐसे में भविष्य में राज्य के लिए हालात और चुनौतीपूर्ण होने की आशंका है।
China Water Crisis: दूसरों को कर्ज देकर जाल में फंसाने वाला चीन इस समय खुद कई तरह की मुश्किलों का सामना कर रहा है। चीन इस समय भीषण गर्मी का परेशान है। देश में गर्मी इतनी पड़ रही है कि कई हिस्सों में नदियां सूख गई हैं।
महाराष्ट्र के नासिक जिले के एक गांव की महिलाओं ने पानी के भीषण संकट के चलते अपना आक्रोश व्यक्त किया। विरोध प्रदर्शन करने वाली महिलाओं ने कहा कि हमारा गांव नासिक शहर के पास होने के बावजूद भी पिछले 50 सालों से पानी की समस्या बनी हुई है।
जोधपुर के सभी फिल्टर प्लांट पर 24 घंटे पुलिस का पहरा रखा जा रहा है। दूसरी ओर अब मकानों के बाहर की सड़कों को धोने सहित अन्य फालतू कामों के लिए पानी बहाने वालों की भी शामत आने वाली है।
भीषण गर्मी में यमुना नदी सूखने और हरियाणा सरकार द्वारा आपात संदेश (SOS) का जवाब नहीं देने के बीच दिल्ली में पेयजल की मांग को मुश्किल से पूरा किया जा रहा है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
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