मध्यप्रदेश में कमलनाथ की सरकार गिराने वालों में से एक पूर्व मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एक बार फिर चर्चाओं में हैं। इस बार उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र की पानी की समस्या के निपटारे की मांग को लेकर चप्पल पहनना छोड़ दिया है।
पिछले वर्ष अच्छे मानसून के बावजूद महाराष्ट्र के लातूर शहर में लोगों को भीषण जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। घरों के नलों में 15 दिन में एक बार जलापूर्ति की जा रही है।
भाजपा नेता पंकजा मुंडे ने सोमवार को महाराष्ट्र में पानी के संकट की तरफ राज्य सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए सांकेतिक भूख हड़ताल शुरू की है।
केन्द्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अध्ययन के अनुसार मुंबई के निवासियों को साफ पानी के लिए रिवर्स ऑस्मोसिस (आरओ) वाटर प्यूरीफायर खरीदने की जरूरत नहीं है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अमेरिका में इस वक्त एक भी दिन ऐसा नहीं बिता रहे हैं जब वह 'कश्मीर में मानवाधिकारों और लोगों को होने वाली तकलीफों' का रोना न रोते हों।
जलवायु परिवर्तन और नदियों के अत्याधिक दोहन से निकट भविष्य में भारत और चीन जैसे एशियाई देशों को बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है। एक अध्ययन के अनुसार, इसके चलते इन देशों के पास अपने बिजली संयंत्रों को ठंडा करने के लिए पर्याप्त पानी की कमी होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कई मुद्दों पर बात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि सरकार हर घर में पाइप के जरिये पानी पहुंचाने के लिये 'जल जीवन मिशन' शुरू करेगी।
भारत अपने इतिहास के सबसे गंभीर जल संकट का सामना कर रहा है। देश में करीब 60 करोड़ लोग पानी की गंभीर किल्लत का सामना कर रहे हैं। करीब दो लाख लोग स्वच्छ पानी न मिलने के चलते हर साल जान गंवा देते हैं।
सचिवालय प्रशासन ने इसे तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है। इसके तहत अब किसी भी अधिकारी, कर्मचारी या अतिथि को पानी का पूरा भरा गिलास नहीं दिया जाएगा। अगर किसी को जरूरत है तो दोबारा मांग सकता है।
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के सबसे महत्वाकांक्षी 'जलशक्ति अभियान' की आज से शुरुआत करने जा रही है।
बताया जाता है कि अधिकारी से पेयजल संकट को लेकर हुए तकरार के बाद युवक ने कथित रूप से उनकी पिटाई कर गांव से भगा दिया था।
महाराष्ट्र में जलसंकट से जूझ रहे यवतमाल जिले में पानी की तलाश के दौरान कुएं में गिरने से 45 वर्षीय महिला की मौत हो गई। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में जल संकट गहराया हुआ है, लोगों को कई-कई किलोमीटर का रास्ता तय करने के बाद ही पानी मिल पा रहा है। वहीं पानी को लेकर संघर्ष की आशंका बढ़ी है।
तापमान आसमान छू रहा है और पानी पाताल के भी नीचे जा रहा है। देश में ऐसा सूखा पड़ा है जैसा पहले शायद ही कभी देखा गया होगा। आधे हिंदुस्तान में पानी की कमी से हाहाकार मचा हुआ है। गांव से शहर तक लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं।
महाराष्ट्र के 17 जिलों को इन दिनों भयंकर सूखे का सामना करना पड़ रहा है। अभी अभी बारिश का सीजन खत्म हुआ है और इन जिलों में कुएं और तालाब सूख गए हैं।
नीति आयोग की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश इतिहास के सबसे बड़े जलसंकट के दौर से गुजर रहा है और इससे लाखों लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है।
बुंदेलखंड में पानी का संकट धीरे-धीरे विकराल रूप लेता जा रहा है, अब तो बात हैंडपंप पर कतार, कई किलोमीटर दूर से पानी लाने से आगे निकलकर मौत तक पर पहुंचने लगी है...
गांव के लोगों की प्यास बुझाने का एकमात्र सहारा रोड़ी माता के पास एकमात्र सार्वजनिक कुआं है जिसमें भी पानी बहुत कम ही बचा है। बारी-बारी से बच्चे कुएं में उतरते हैं और किसी तरह पीने के पानी का जुगाड़ करते हैं।
दुनिया के 500,000 बांधो के लिए पूर्व चेतावनी उपग्रह प्रणाली बनाने वाले डेवलपर्स के अनुसार भारत, मोरक्को, इराक और स्पेन में जल संकट डे जीरो तक पहुंच जाएगा..
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