पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा मामले को लेकर हाई कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने अब तक 9 मामले दर्ज किए और जांच शुरू की। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई की टीम बंगाल में हिंसा वाली जगह जांच करने भी पहुंच गई है।
बता दें कि कोर्ट की पांच सदस्यीय पीठ ने चुनाव के बाद कथित हिंसा के संबंध में अन्य आरोपों की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का भी आदेश दिया।
पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (NHRC)ने अपनी रिपोर्ट कोलकाता उच्च न्यायाल को सौंप दी है। रिपोर्ट में हिंसा की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से कराने का प्रस्ताव दिया गया है।
चुनाव बाद हिंसा पर ममता सरकार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट की पांच सदस्यीय पीठ ने राज्य सरकार को चुनाव के बाद की हिंसा के संबंध में सभी शिकायतों को प्राथमिकी के रूप में मानने और उन सभी व्यक्तियों को राशन और चिकित्सा उपचार की व्यवस्था करने का निर्देश दिया, जो घायल हो गए थे।
पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हिंसा पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र, बंगाल सरकार और चुनाव आयोग को नोटिस भेजा है। कोर्ट में चुनाव के बाद बिगड़ती कानून-व्यवस्था के मद्देनजर राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए निर्देश देने की मांग को लेकर एक याचिका दायर की गई थी।
विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा से 40 हजार से अधिक हिंदुओं के प्रभावित होने का दावा किया है। विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने शनिवार को कहा है कि दुर्भाग्य से पश्चिमी बंगाल में दो मई से प्रारंभ हुई क्रूर राजनैतिक हिंसा का शिकार राज्य का हिंदू समाज अब तक हो रहा है।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुप्पी साध ली। धनखड़ ने असम के धुबरी में आए पश्चिम बंगाल के कूच बिहार के कई परिवारों से मुलाकात की।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में हिंसा के बाद हालत का जायजा लेने पहुंची आयोग की एक टीम ने यह पाया है कि कई महिलाओं को बलात्कार की धमकियां मिला रही हैं तथा वे अपनी बच्चियों को राज्य के बाहर भेजना चाहती हैं।
शिवसेना ने शुक्रवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद हिंसा से राजनीति का ‘रक्तरंजित’ रूप उजागर हुआ है और यह दिखाता है कि लोकतंत्र के बजाए ताकत तथा बाहुबल का शासन कायम है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने पश्चिम बंगाल के कई जिलों में चुनाव के बाद हिंसा के मामले सामने आने के बाद जांच का आदेश दिया है। पश्चिम बंगाल में सोमवार को हिंसा में भाजपा के कुछ कार्यकर्ता मारे गए और कई घायल हो गए तथा दुकानों में लूटपाट की गयी।
रविवार (7 मार्च) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोलकाता में रैली से पहले शनिवार को टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए एक बम हमले में भाजपा के 6 कार्यकर्ता घायल हो गए।
माकपा ने सोमवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस से ‘‘जुड़े अपराधियों’’ ने उसके दो कार्यकर्ताओं की हत्या की।
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के नाजट इलाके में शनिवार रात तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में कम से कम चार लोग मारे गए और तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
गिरीराज सिंह शाम 5 बजे कोलकाता में प्रेस वार्ता करेंगे और इसके बाद कोलकाता उत्तर लोकसभा सीट के लिए एक जनसभा को संबोधित करेंगे
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल यह कहते हुए पश्चिम बंगाल की अपनी समकक्ष ममता बनर्जी के समर्थन में सामने आ गए हैं कि राज्य के लोग ‘हिंसा और अराजकता फैलाने वालों’ को मुंहतोड़ जवाब देंगे।
योगी आदित्यनाथ ने कहा की मंगलवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो में जिस तरह से तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने हमला किया, वह हमला टीएमसी सरकार का अंतिम ताबूत बनने जा रहा है
West Bengal Violence: इस बीच आज पश्चिम बंगाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2 रैलियां हैं और हिसां के बीच चुनाव प्रक्रिया का जायजा लेने के लिए दिल्ली में चुनाव आयोग ने बैठक रखी हुई है।
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