बजरंग ने क्वार्टर फाइनल में ईरान के मुर्तजा चेका घियासी के खिलाफ 65 किग्रा भार वर्ग में अपने अनुभव और कौशल का शानदार इस्तेमाल करते हुए जीत दर्ज की।
टोक्यो ओलिंपिक में भारत के रवि दहिया ने सिल्वर मेडल जीत कर इतिहास रच दिया है। वहीं भारत के एक और नामी ओलिंपियन और रेसलिंग में दहिया से पहले देश के लिए सिल्वर मेडल जीत चुके सुशील कुमार दहिया के गोल्ड मेडल से चूकने पर भावुक हो उठे।
भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक 2020 में पांचवां पदक हासिल करने वाले रवि दहिया के लिए खेल जगत ने सोशल मीडिया पर शुभकामनाओं का तांता लगा दिया।
भारतीय पहलवान दीपक पूनिया (86 किलो) अमेरिका के डेविड मौरिस टेलर से सेमीफाइनल हारे। अब कांस्य के लिये खेलेंगे।
टोक्यो ओलंपिक के रेसलिंग प्रतियोगिता में भारत के रवि कुमार दहिया और दीपक पूनिया ने अलग-अलग भार वर्ग के सेमीफाइनल में जगह बना लिया है।
रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक को हराकर सुर्खियां बटोरने के बाद ओलंपिक तक का सफर करने वाली सोनम का मुकाबला मंगोलिया की बोलोरतुया खुरेलखुव से होगा।
भारत की युवा पहलवान तनु और प्रिया विश्व चैम्पियन बन गए जिन्होंने कैडेट विश्व चैम्पियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए खिताब जीता।
पुनिया को पिछले सप्ताह रूस में एक प्रतियोगिता के दौरान घुटने में चोट लगी थी।
बजरंग शुक्रवार शाम को रूस में एक टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में यूरोपीय अंडर -23 के रजत पदक विजेता अबुलमाजिद कुदीव के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करते हुए अपना दाहिना घुटना चोटिल कर बैठे।
सीमा ने यूरोपीय चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता पोलैंड की अन्ना लुकासियाक को 2-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई।
पहलवान सुमित मलिक ने विश्व ओलंपिक गेम्स क्वालीफाईंग टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने के साथ ही पुरुष 125 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में ओलंपिक कोटा हासिल कर लिया है।
पहले पीरियड में 0-4 से पिछड़ने के बाद धनकर ने दूसरे पीरियड में वापसी की लेकिन वह मोल्दोवा के पहलवान को पटखनी नहीं दे सके। धनकड़ की हार से यह भी तय हो गया कि तोक्यो खेलों के 74 किग्रा वर्ग में भारत को प्रतिनिधित्व नहीं मिलेगा।
अमित धनखड़ को अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के अंतिम चरण में तोक्यो खेलों के लिए क्वालीफाई करने का मौका मिला है।
फाइनल में ईरानी पहलवान के आक्रमण और दांव का 22 साल के दीपक के पास कोई जवाब नहीं था और याजदानी ने तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर जीत दर्ज कर ली।
चीन और जापान के प्रतिद्वंद्वियों की अनुपस्थिति में विनेश को आगे बढ़ने में कोई परेशानी नहीं हुई और वह प्रतियोगिता में बिना अंक गंवाए फाइनल में पहुंच गयी।
भारतीय टीम को सबसे बड़ा झटका 87 किग्रा वर्ग में लगा जहां गत विजेता सुनील कुमार को ओपनिंग बाउट में विश्व कांस्य पदक विजेता उज्बेकिस्तान के रूस्तम आसाकालोव से पराजय झेलनी पड़ी।
खेल मंत्रालय ने पिछले महीने मिट्टी पर आयोजित होने वाले इस खेल की पारंपरिक शैली (दंगल) के मामलों के संचालन के लिए आईएसडब्ल्यूएआई को राष्ट्रीय महासंघ के रूप में मान्यता दी थी।
जूनियर से सीनियर वर्ग में पहुंची 19 वर्षीय अंशू और 18 वर्षीय सोनम से पहले अनुभवी विनेश फोगाट (53 किग्रा) ने ओलंपिक में जगह बनायी थी।
दिल्ली ने टाटा मोटर्स जूनियर एवं सब जूनियर (कैडेट) फ्रीस्टाइल नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप में 195 अंकों के साथ टीम चैंपियनशिप अपने नाम की।
एशिया कुश्ती चैंपियनशिप का आयोजन कजाखस्तान के अलमाती में नौ से 18 अप्रैल तक होगा।
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