Friday, April 19, 2024
Advertisement

6 टन आपातकालीन राहत सामग्री व मेडिकल दल के साथ 2 विमान पहुंचे सीरिया और तुर्की, पूरी दुनिया में भारत की सराहना

तुर्की और सीरिया के विनाशकारी भूकंप में पीड़ितों को आपातकालीन राहत पहुंचाने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है। करीब 6 टन आपातकालीन राहत सामग्री और दवाएं लेकर 99 सदस्यों की मेडिकल टीम के साथ भारत का एक अन्य विमान सीरिया के लिए रवाना हो गया है। तुर्की के लिए भी ऐसा ही विमान भारत ने भेजा है।

Dharmendra Kumar Mishra Edited By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Updated on: February 08, 2023 6:34 IST
इंडियन एयरफोर्स का विमान राहत दलों के साथ (फाइल)- India TV Hindi
Image Source : PTI इंडियन एयरफोर्स का विमान राहत दलों के साथ (फाइल)

नई दिल्ली। तुर्की और सीरिया के विनाशकारी भूकंप में पीड़ितों को आपातकालीन राहत पहुंचाने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है। करीब 6 टन आपातकालीन राहत सामग्री और दवाएं लेकर 99 सदस्यों की मेडिकल टीम के साथ भारत का एक अन्य विमान सीरिया के लिए रवाना हो गया है। तुर्की के लिए भी ऐसा ही विमान भारत ने भेजा है। इंडियन एयर फोर्स के इस विमान के रवाना होने के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट करके यह जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया है कि 6 टन आपातकालीन राहत सहायता लेकर भारत के इस विमान ने सीरिया के लिए उड़ान भरी है। इस खेप में जीवन रक्षक दवाएं और आपातकालीन चिकित्सा वस्तुएं शामिल हैं। उन्होंने लिखा कि भारत और भारतीय इस त्रासदी से सबसे अधिक प्रभावित लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। भारत के इस प्रयास की पूरी दुनिया में सराहना हो रही है।

विमान के साथ स्वचालित अस्पताल और मेडिकल टीम भी मौजूद

भारत ने तुर्किये में आये विनाशकारी भूकंप के मद्देनजर इस देश की मदद करने के लिए मंगलवार को दो सी-17 ग्लोबमास्टर सैन्य परिवहन विमानों के जरिये राहत सामग्री, एक ‘चलित अस्पताल’ और तलाश एवं बचाव कार्य करने वाले विशेषज्ञ दल को भेजा है। तुर्किये के साथ-साथ सीरिया में भी भूकंप से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। दोनों देशों में भूकंप में 5000 से अधिक लोगों की मौत हुई है। राहत सहायता भेजे जाने के विषय से अवगत लोगों ने बताया कि दो और उड़ानों से मेडिकल आपूर्ति सहित और अधिक राहत सामग्री तुर्किये भेजी गई है। एक ऐसा ही विमान सीरिया भेजा गया है। उल्लेखनीय है कि सोमवार को आये दो शक्तिशाली भूकंप में तुर्किये और सीरिया के विभिन्न हिस्से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। विश्व के कई देशों ने वहां राहत कार्यों के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है।

पीड़ितों की मदद के लिए पूरा भारत एकजुट
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘भारत इस चुनौतीपूर्ण क्षण में अपनी एकजुटता व्यक्त करता है।’’ जयशंकर ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि उन्होंने एकजुटता व्यक्त करने और भारत के सहयोग से अवगत कराने के लिए सीरिया के अपने समकक्ष फैसल मेकदाद से संपर्क किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘वायुसेना का सी-17 ग्लोबमास्टर-3 एनडीआरएफ के दलों और उपकरणों के साथ भारत से तुर्किये के लिए रवाना हुआ। इस मुश्किल घड़ी में भारत, तुर्किये के लोगों के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है।’’ तलाश एवं बचाव कर्मियों के एक समूह, विशेष रूप से प्रशिक्षित श्वान दस्ता, ड्रिल मशीन, राहत सामग्री, दवाइयों के साथ प्रथम सी-17 परिवहन विमान आज सुबह तुर्किये के अदन में उतरा। भारतीय वायुसेना का दूसरा विमान इसी तरह की सामग्री और कर्मियों के साथ दोपहर के करीब तुर्किये के लिए भेजा गया।

मेडिकल दल और 50 से अधिक एनडीआरएफ टीम के सदस्य साथ
जयशंकर ने कहा, ‘‘एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) के 50 से अधिक तलाश एवं बचाव कर्मियों, विशेष रूप से प्रशिक्षित श्वान दस्ते, ड्रिल मशीन, राहत सामग्री, दवाइयां और अन्य आवश्यक उपकरणों के साथ प्रथम भारतीय सी-17 उड़ान अदन, तुर्किये पहुंच गया है।’’ प्रथम एवं दूसरे, दोनों विमानों से एनडीआरएफ के तलाश एवं बचाव कर्मी भेजे गये हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘वायुसेना का दूसरा विमान सी-17, ‘श्वान दस्ते, तलाश एवं बचाव उपकरण, मलबा हटाने की मशीन’ सहित एनडीआरएफ के दलों के साथ तुर्किये के लिए रवाना हुआ है। तुर्किये के लोगों की जरूरत के समय भारत उनकी लगातार मदद कर रहा है। विमान में थलसेना के आगरा स्थित फील्ड हॉस्पिटल के 45 सदस्यों का पहला दल भी है। वे तुर्किये में स्थापित किये जाने वाले 30 बिस्तरों वाले फील्ड अस्पताल में सेवा देने वाली टीम का हिस्सा हैं।

तुर्की में 30 विस्तरों का स्वाचालित अस्पताल स्थापित किया गया
तुर्किये में भारत ने 30 बिस्तरों वाला एक चिकित्सा केंद्र संचालित कर दिया है। इसके लिए मेडिकल दलों को एक्स-रे मशीन, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र, हृदय की निगरानी करने वाले उपकरणों से लैस किया गया है। थल सेना के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘सेना ने भूकंप प्रभावित तुर्किये की मदद के लिए 99 सदस्यीय एक मेडिकल टीम बनाई है। भारत ने एनडीआरएफ के तलाश एवं बचाव दलों, मेडिकल दलों और राहत सामग्री फौरन तुर्किये भेजने का सोमवार को फैसला किया था। तुर्किये को हर संभव मदद देने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों के बाद यह कदम उठाया गया। इस बीच, नयी दिल्ली में स्थित तुर्किये के दूतावास ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘एनडीआरएफ के विशेष तलाश एवं बचाव दलों और प्रशिक्षित श्वान दस्तों के साथ भूकंप राहत सामग्री की पहली खेप तुर्किये पहुंच गई है। भारत के सहयोग और एकजुटता के लिए धन्यवाद।

वहीं, विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने सीरियाई दूतावास का दौरा किया और भूकंप से हुई तबाही को लेकर राजदूत बासम अल खातिब को संवदेना व्यक्त की। तुर्किये के राजदूत फिरत सुनेल ने भारत की सहायता की सराहना की। इसबीच, बेंगलुरु से प्राप्त एक खबर के मुताबिक, कर्नाटक सरकार ने तुर्किये में भूकंप से प्रभावित हुए राज्य के लोगों की सहायता के लिए मंगलवार को एक हेल्पलाइन स्थापित किया।

यह भी पढ़ें...

तुर्की भूकंप की भयावह तस्वीर, 17 घंटे तक पत्थर के नीचे दबकर अपने नन्हें भाई को हौसला देती रही 7 वर्ष की बच्ची

जब तक जिया संग में रहे...आओ अब एक साथ मरते हैं...तुर्की भूकंप की दिल दहला देने वाली कहानी

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Around the world News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement