Friday, May 03, 2024
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PM Modi speech in SCO Summit: विश्वगुरु ने दुनिया को दिया ये संदेश, अमेरिका भी कहने लगा भारत से ही थी ऐसी उम्मीद

PM Modi speech in SCO Summit: एससीओ शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी दुनिया को वही संदेश दिया, जिसकी विश्वगुरु से सभी देशों को उम्मीद थी। तीसरे विश्वयुद्ध की राह पर बढ़ चली दुनिया को पीएम मोदी ने जब आईना दिखाने काम किया तो अमेरिका समेत पूरी दुनिया भारत की मुरीद हो गई।

Dharmendra Kumar Mishra Written By: Dharmendra Kumar Mishra
Published on: September 17, 2022 17:39 IST
PM Modi- India TV Hindi
Image Source : INDIA TV PM Modi

Highlights

  • पीएम मोदी ने दुनिया को दिया युद्ध से दूर रहने का संदेश
  • अमेरिका में हो रही पीएम मोदी के बयान की तारीफ
  • नहीं संभले तो दुनिया के कई देशों के बीच चल रहा युद्ध और तनाव तीसरे विश्व युद्ध में झोंक सकता है

PM Modi speech in SCO Summit: एससीओ शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी दुनिया को वही संदेश दिया, जिसकी विश्वगुरु से सभी देशों को उम्मीद थी। तीसरे विश्वयुद्ध की राह पर बढ़ चली दुनिया को पीएम मोदी ने जब आईना दिखाने काम किया तो अमेरिका समेत पूरी दुनिया भारत की मुरीद हो गई। यहां बात सिर्फ रूस और यूक्रेन युद्ध की ही नहीं है। बल्कि भारत की चिंता पूरी दुनिया में विभिन्न देशों के बीच चल रहे युद्ध को लेकर है। इसमें ईराक-ईरान युद्ध, आर्मीनिया और अजरबैजान युद्ध, उत्तर कोरिया-दक्षिण कोरिया युद्ध व चीन और ताइवान के बीच तनाव इत्यादि सभी का उदाहरण लिया जा सकता है।

उज्बेकिस्तान के समरकंद में एससीओ देशों की मौजूदगी में पीएम मोदी ने पूरी दुनिया को शांति का पाठ पढ़ाया। उन्होंने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से द्विपक्षीय वार्ता के दौरान बेबाक कहा कि यह युग युद्ध का नहीं है। उन्होंने पुतिन से बेहतर दोस्त होने के नाते भी यूक्रेन के साथ गतिरोध खत्म करने की भी अपील की। पीएम मोदी करीब 10 माह बाद आमने-सामने हुए थे। हालांकि फोन पर भी कई बार पीएम मोदी पुतिन से शांति और वार्तालाप के जरिये समस्या का हल करने की अपील कर चुके हैं।

दुनिया के अन्य देशों को भी दिखाया रास्ता

आज के समय में चीन और ताइवान के बीच भी खासा तनाव है। नौबत यहां भी युद्ध जैसी हो रही है। उधर ईराक और ईरान आपस में भिड़े हैं। आर्मीनिया और अजरबैजान में फिर से युद्ध की ज्वाला भड़क उठी है। उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच भी असंतोष की आग दहक रही है। ऐसे में दुनिया तीसरे विश्व युद्ध के खतरे के नजदीक जाती दिखाई दे रही है। इस दौरान अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी राष्ट्र और रूस के नेतृत्व में पूर्वी राष्ट्र दो ध्रुवों में बंट चुके हैं। सिर्फ भारत ऐसा देश है जो किसी के भी नेतृत्व में नहीं है, बल्कि उसकी अपनी स्वतंत्र विदेश नीति है। यह भारत के मजबूत नेतृत्व का कमाल है कि आज देश अपना रास्ता खुद तय कर रहा है। पीएम मोदी ने पूरी दुनिया को दिखा दिया कि भारत अपना निर्णय खुद लेने में सक्षम होने के साथ ही साथ दूसरे देशों को भी रास्ता दिखा सकता है। इसीलिए उन्होंने पूरी दुनिया को एससीओ के मंच से यह बड़ा संदेश दे दिया कि यह समय युद्ध का नहीं है। दुनिया को इससे बाज आना होगा।

अमेरिका में ही पीएम मोदी की जमकर तारीफ
भारत ने जिस तरह से दुनिया पर मंडरा रहे युद्ध के खतरे पर अपनी चिंता जाहिर की और अपने पारंपरिक दोस्त रूस यान व्लादिमिर पुतिन के सामने भी यह कहने से नहीं हिचका कि युद्ध से किसी का भला नहीं हो सकता..... इस बात ने पूरी दुनिया में भारत के मजबूत नेतृत्व को एक बार फिर से अंगीकार करा दिया है। अमेरिका पीएम मोदी की इस बेबाक टिप्पणी से गदगद है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने अपने बयान में कहा है कि पीएम मोदी की अपने दोस्त रूस के सामने यह चिंता जाहिर करना बताता है कि रूस-यूक्रेन युद्ध से पूरी दुनिया का नुकसान है। इससे जितना जल्द हो सके, रोका जाना चाहिए। अमेरिका ने कहा कि ऐसी बेबाक बात सिर्फ भारत ही कर सकता है, क्योंकि पीएम मोदी सशक्त नेता हैं। वह अपनी बाद कहने में कभी हिचकते नहीं हैं।

भारत की चिंता ही विश्व की चिंता
अमेरिका समेत अन्य पश्चिमी देशों ने माना है कि भारत ने जो चिंता युद्ध को लेकर जाहिर की है, वही पूरे विश्व की चिंता है। यह यूक्रेन के लोगों की भी चिंता है। इससे राष्ट्रपति पुतिन पर यूक्रेन के साथ चल रहे गतिरोध को समाप्त करने का दबाव बढ़ेगा। क्योंकि भारत रूस का बड़ा साझेदार और मित्र है। मगर भारत की छवि अन्य देशों की तरह नहीं है, वह पूरी दुनिया में शांति और सहयोग का समर्थक है। भारत विस्तारवादी नीति के खिलाफ है।

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