Saturday, April 27, 2024
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दुनिया के सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप ने किया कमाल, अंतरिक्ष में दिखा जूपिटर के आकार का रहस्यमयी ग्रह

दुनिया के सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप ने अनोखी ऑब्जेक्ट ढूंढी है। ये ऑब्जेक्ट जूपिटर के आकार की है। इसे देखकर दुनियाभर के साइंटिस्ट निशब्द हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि ये कैसे बन रहा है और किसी तारा मंडल से जुड़ा भी नहीं है।

Shailendra Tiwari Written By: Shailendra Tiwari @@Shailendra_jour
Published on: October 03, 2023 11:33 IST
ORION NEBULA- India TV Hindi
Image Source : ESA ORION NEBULA

स्पेस में एक नया ग्रह देखा गया है जो जूपिटर के आकार का है। जानकारी के मुताबिक, सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप, जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) ने जूपिटर के आकार के स्पेस में "ग्रहों" को देखा है, ये स्वतंत्र रूप से तैर रहे हैं और किसी तारे से नहीं जुड़े हैं। साइंटिस्ट्स ने इन ऑब्जेक्ट्स को जूपिटर मास बाइनरी ऑब्जेक्ट या ''JuMBOs'' नाम दिया है। इनमें से करीब 40 जोड़े की पहचान JWST द्वारा ओरियन नेबुला के एक सर्वे के दौरान की गई थी। विशेष रूप से, ये ऑब्जेक्ट तारे बनने के लिए बहुत छोटी हैं, लेकिन किसी ग्रह की पारंपरिक परिभाषा को भी कड़ी टक्कर देती हैं क्योंकि वे मूल तारे के चारों ओर कक्षा में नहीं हैं। फिलहाल, इन रहस्यमयी ऑब्जेक्ट्स ने खगोलविदों को अचरज में डाल दिया है।

यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने दिए स्पष्टीकरण

यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) टीम ने इन विशाल ऑब्जेक्ट्स की उत्पत्ति के बारे में दो संभावित स्पष्टीकरण दिए हैं। पहला यह है कि ये ऑब्जेक्ट्स उन क्षेत्रों से विकसित हुईं हैं जहां मैटेरियल की डेंसिटी पूराकर संपूर्ण तारा बनाने के लिए अपर्याप्त था। दूसरी संभावना यह है कि वे ऐसे ग्रह हैं जो तारों के चारों ओर बने थे लेकिन गुरुत्वाकर्षण संपर्क के कारण अंततः 'बाहर' हो गए। ईएसए ने आगे बताया, ''इस समय इजेक्शन हाइपोथिसिस सबसे पसंदीदा है। गैस फिजिक्स के मुताबिक, जूपिटर के द्रव्यमान वाली वस्तुएं अपने आप बनाने में सक्षम नहीं होना चाहिए, और हम जानते हैं कि सिंगल ग्रहों को तारा मंडल से बाहर निकाला जा सकता है। लेकिन आप इन चीज़ों के जोड़े को एक साथ कैसे बाहर निकालेंगे? फिलहाल, साइंटिस्ट के पास कोई जवाब नहीं है। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) के सीनियर साइंस एडवाइजर ने बीबीसी न्यूज़ को बताया, ''यह सिद्धांतकारों के लिए एक है।''

तारा बनाने वाली 'तारकीय नर्सरी'

वहीं, न्यूज वेबसाइट Metro.co.uk से बात करते हुए, रॉयल ऑब्जर्वेटरी ग्रीनविच के खगोलशास्त्री डॉ. एड ब्लूमर ने कहा, ''यह ओरियन नेबुला में हो रहा है, जो एक तारा बनाने वाली 'तारकीय नर्सरी' है, जहां हम पहले ही सैकड़ों नवजात ग्रह सिस्टम को देख चुके हैं। साथ में, यह इस संभावना की ओर इशारा करता है कि ग्रहों के निर्माण और विकास के लिए हमारे मौजूदा मॉडल और स्पष्टीकरण उतने पूर्ण नहीं हैं जितना हम चाहते हैं - और मुझे नहीं लगता कि कोई भी खगोलशास्त्री यह दावा करेगा कि हमने उस क्षेत्र में सब कुछ समझते हैं। वैसे भी खगोल भौतिकी का संभावित रूप से हम पहले किसी ने जो देखा है, यह उससे बहुत अलग कुछ देख रहे हैं।''

क्या है वेब टेलीस्कोप?

वेब टेलीस्कोप ने ब्रह्मांड की आश्चर्यजनक तस्वीरें लेते हुए प्रारंभिक ब्रह्मांड की समझ को नया आकार दिया है। वेब ने सबसे पहले ज्ञात आकाशगंगाओं और ब्लैक होल के अस्तित्व का खुलासा किया है, साथ ही अभूतपूर्व डेटा का भी खुलासा किया है। बता दें कि वेब टेलीस्कोप से 2021 में लॉन्च किया गया था और साल 2022 में इससे डेटा एकत्र करने का काम शुरू किया गया था। ये वेब हबल टेलीस्कोप से लगभग 100 गुना अधिक शक्तिशाली है।

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