Sunday, April 28, 2024
Advertisement

पशुपति पारस का एलान 'मैं हाजीपुर से ही चुनाव लड़ूंगा', बिहार में अब छिड़ेगी चाचा-भतीजे की जंग?

चिराग पासवान ने वैसे तो एनडीए का दामन थाम लिया है लेकिन असली जंग उनके अपने घऱ में होने वाली है। चाचा पशुपति पारस ने एलान कर दिया है कि मैं तो हाजीपुर सीट से ही चुनाव लड़ूंगा।

Kajal Kumari Written By: Kajal Kumari
Published on: July 22, 2023 18:05 IST
chirag and pashupati paras- India TV Hindi
Image Source : FILE PHOTO चाचा पशुपति का ऐलान, क्या करेंगे भतीजे चिराग पासवान

पटना: केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने बड़ा एलान किया है। पारस ने कहा है कि, "एनडीए की बैठक के दौरान, चिराग पासवान मुझसे मिले और मेरे पैर छुए जिसके बाद मैंने उन्हें अपना आशीर्वाद दिया। इसके बाद, कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया कि हमने फिर से हाथ मिला लिया है। हालांकि, मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि यह मामला नहीं है।" पारस ने आगे कहा कि मैं हाजीपुर से ही चुनाव लड़ूंगा, यह मेरा अधिकार है. मैं वहां का सांसद हूं, मैं भारत सरकार में कैबिनेट मंत्री हूं और एनडीए का पुराना और भरोसेमंद सहयोगी हूं।

https://twitter.com/ANI/status/1682719046494732288?s=20

चिराग ने भी किया था एलान-हाजीपुर से ही लड़ूंगा चुनाव

बता दें कि रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने अपने चाचा पशुपति पारस के पैरे ऐसे समय छुए हैं जब दोनों नेता हाजीपुर लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर अपने-अपने दावे कर रहे हैं। इससे पहले चिराग पासवान ने दिल्ली में कहा कि वह हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे। इस समय पशुपति पारस यहां से लोकसभा सांसद है।

केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने शनिवार को अपने भतीजे चिराग पासवान को फटकार लगाई, जिन्होंने दिवंगत पिता राम विलास पासवान के निर्वाचन क्षेत्र पर दावा किया है। यहां अपनी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, पारस ने विश्वास जताया कि भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए सीट पर उनके दावे का समर्थन करेगा, न कि चिराग का, जो अभी तक गठबंधन का हिस्सा नहीं बने हैं।

चाचा-भतीजे में छिड़ सकती है जंग

पारस ने कहा, "मैं एनडीए का हिस्सा हूं और इसमें कोई संदेह नहीं है। दूसरी ओर, चिराग दिल्ली में एनडीए की बैठक में शामिल हुए थे, लेकिन संसद के अंदर बुलाई गई गठबंधन के सांसदों की बैठक में उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया था। यह सब कुछ कहता है।"

उन्होंने यह भी कहा, "मुझे चिराग के साथ मतभेद की अटकलों को खारिज करना चाहिए, जो दिल्ली में मेरे पैर छूने और मेरे द्वारा उन्हें आशीर्वाद देने की तस्वीरों के बाद उठी हैं। यह बिहार और मिथिला क्षेत्र की संस्कृति का एक हिस्सा है, जहां से हम आते हैं। ऐसा कुछ नहीं है कि हमारे मतभेद खत्म हो गए हैं।"

पशुपति पारस ने कहा-रामविलास मेरे भाई भी थे

पारस ने उन खबरों को भी खारिज कर दिया कि वह राज्यसभा का रास्ता अपना सकते हैं या गवर्नर पद के लिए समझौता कर सकते हैं, जिससे उनके भतीजे के साथ गतिरोध समाप्त हो जाएगा। पारस ने कहा "दुनिया की कोई भी ताकत मुझे अगले चुनाव में हाजीपुर से चुनाव लड़ने से नहीं रोक सकती। ऐसी सभी रिपोर्टें, जो अन्यथा कहती हैं, बरसात के मौसम में मेंढकों की आवाज की तरह हैं। आप इन्हें सुन सकते हैं क्योंकि यह चुनावी वर्ष है, लेकिन ऐसी कहानियों में कोई दम नहीं है।"

जब यह बताया गया कि चिराग हाजीपुर पर अपना दावा कर रहे हैं, तो इसे अपने दिवंगत पिता की "कर्मभूमि" कहते हैं, जिन्होंने दशकों से इस सीट का पालन-पोषण किया था, पारस ने कहा, "दिवंगत पासवान मेरे भी भाई थे। जब मेरे भाई ने मुझे बताया कि वह चाहते हैं कि मैं हाजीपुर से लड़ूं, तो मैंने शुरू में अपनी अनिच्छा दिखाई। मैंने उनसे सीट के लिए चिराग या उनकी मां (भाभी जी) पर विचार करने के लिए कहा। लेकिन मेरा भाई जिद पर अड़े रहे।"

ये भी पढ़ें:

VIDEO: देश के कई राज्यों में जलसैलाब का बढ़ता कहर, मौसम विभाग ने जारी की है तेज बारिश की चेतावनी

राजस्थान: राजेंद्र सिंह गुढ़ा को क्यों किया गया बर्खास्त? कांग्रेस प्रदेश प्रभारी ने किया खुलासा

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें बिहार सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement