Harsidhi Assembly Election 2025: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में स्थित है हरसिद्धि विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र। यह सीट 1951 को पहली बार अस्तित्व में आई और इस विधानसभा क्षेत्र के लोग अब तक 17 विधानसभा चुनाव देख चुके हैं। 2008 के परिसीमन आयोग की सिफ़ारिश के बाद इसकी स्थिति सामान्य श्रेणी की सीट से अनुसूचित जाति समुदाय के लिए आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र में बदल गई। तब से, इस आरक्षित सीट पर तीन बार चुनान हो चुके हैं और इसमें दो पार्टियां, भाजपा और राजद, प्रमुख दावेदार के रूप में उभरीं, जिन्होंने पहले कभी इस सीट से नहीं जीत पाई थीं।
किस राजनीतिक दल का रहा दबदबा
हरसिद्धि सीट पर शुरुआती दशकों में कांग्रेस पार्टी का दबदबा रहा और उसने पहले 10 चुनावों में से आठ बार की चुनाव में जीत हासिल की। 1967 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और 1977 में जनता पार्टी ने इस सीट पर जीत दर्ज की। जनता दल और समता पार्टी, जिसे अब जद(यू) के नाम से जाना जाता है, ने क्रमशः 1995 और 2000 में यह सीट जीती थी। इसके बाद साल 2005 में लोक जनशक्ति पार्टी ने फरवरी और अक्टूबर में हुए दोनों बार के चुनावों में जीत हासिल की थी।
कितने हैं मतदाता
2020 के विधानसभा चुनावों में हरसिद्धि में 2,67,915 पंजीकृत मतदाता थे, जिनमें 43,349 अनुसूचित जाति के और 49,564 मुस्लिम मतदाता थे। यह पूरी तरह से ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र था और इसमें कोई शहरी मतदाता नहीं था। इसकी एक खासियत लगातार उच्च मतदान प्रतिशत रहा है, जो लगातार 60 प्रतिशत से ऊपर रहा है। 2020 में मतदान प्रतिशत 63.56 प्रतिशत रहा, जो हाल के वर्षों में सबसे कम है। 2024 के संसदीय चुनावों में पंजीकृत मतदाताओं की संख्या बढ़कर 2,78,101 हो गई।
हरसिद्धि में कब है चुनाव
बिहार में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे। हरसिद्धि सीट पर दूसरे चरण यानी 11 नवंबर को मतदान होंगे और 14 नवंबर 2025 को वोटों की गिनती होगी। हरसिद्धि सीट पर एनडीए और महागठबंधन से कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। 2020 के विधानसभा चुनाव में हरसिद्धि सीट पर BJP के कैंडिडेट कृष्णनंदन पासवान ने 84431 वोट हासिल कर जीत हासिल की थी। उन्होंने RJD प्रत्याशी कुमार नागेन्द्र बिहारी को हराया जिनके हिस्से 68360 वोट आए।