नई दिल्ली: मानव संसाधन मंत्रालय (एचआरडी) ने रांची, नागपुर और पुणे में पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत तीन भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खोलने के लिए आज कुछ निजी कंपनियों के साथ मेमोरैंडम ऑफ अंडरस्टैडिंग पर हस्ताक्षर किए।
इन तीन संस्थानों की स्थापना राज्य सरकारों, उद्योगों और केंद्र के परस्पर सहयोग से की जाएगी। ऐसी उम्मीद की जाती है कि ये संस्थान सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उच्चकोटि की कुशल श्रमशक्ति देश के आईटी उद्योगों को देगी।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय में उच्च शिक्षा विभाग के सचिव विनय शील ओबेराय ने टाटा कंसल्टैंसी सर्विसेज़, टाटा मोटर्स, एम/एस एडीसीसी इंफोकैड, नागपुर और एम/एस हबटाउन, मुंबई के साथ मेमोरैंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
"इसके साथ ही पीपीपी योजना के तहत आईआईटी की संख्या बढ़कर 16 हो गई है, 4 औऱ संस्थानों की स्थापना की जानी है, जिसके बारे में जनवरी 2016 को तय किया जाएगा।," एक आधिकारिक बयान में यह सूचना दी गई है।
आईआईआईटी-रांची का संचालन एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, रांची की पुरानी न्यायिक अकादमी में किया जाएगा और इसमें साल 2016-17 में 120 विद्यार्थियों को जेईई 2016 परीक्षा के माध्यम से दाखिला दिया जाएगा।
आईआईटी-रांची के पार्टनर्स – टीसीएस और टाटा मोटर्स – ने इंडस्ट्री की ज़रूरतों के हिसाब से पाठ्यक्रम का विकास करने में सहभागिता के लिए अपनी प्रतिबद्धता प्रकट की है।
आईआईटी-नागपुर का गठन बीएमआईटी कैंपस (अस्थाई कैंपस) में एम/एस एडीसीसी इंफोकैड और टीसीएस के सहयोग से किया जाएगा। इसी तरह से आईआईटी-पुणे अस्थाई रूप से सिद्धांत इंजीनियरिंग कॉलेज से संचालित होगी और इसके स्थाई कैंपस का निर्माण चाकन में किया जाएगा, जिसके लिए राज्य सरकार ने 100 एकड़ ज़मीन चिह्नित की है।