नई दिल्ली: पोर्न को भारत में प्रतिबंध करने की बात क्या चली बाजार की सांसे उखड़ने लगीं। मैगी के हजारों करोड़ों के बाजार के ढ़हने की आशंका भर से हाफने वाला बाजार अब पोर्न इंडस्ट्री की नीव दरकने की संभावना भर से खौफजदा दिखाई दे रहा है। बंद कमरों में देखा जाने वाला पोर्न कितना बड़ा बाजार बन चुका है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक लैपटॉप और मोबाइल फोन के जरिए देखा जाने वाला पोर्न डिजिटल इंडस्ट्री के जरिए लोगों को अरबों की कमाई करवा देता है। फोर्ब्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक पोर्न के जरिए सालाना 10 से 14 बिलियन डॉलर के वारे न्यारे हो जाते हैं।
हाल ही में ट्विटर के जरिए चर्चा का केंद्र बना पोर्न एक बहुत बड़ा सवाल बनकर उभरा है। पोर्न के पूरे बाजार को लेकर तरह तरह की चर्चाएं होने लगीं। यह दावा किया जाने लगा कि इंटरनेट पर यह सबसे ज्यादा मुनाफे वाला धंधा है। क्या आपने कभी सोचने की कोशिश की है कि आखिर लोगों के मोबाइल फोन्स, लैपटॉप, हार्डडिस्क पर हावी हो चुके पॉर्न का धंधा चलता कैसे है। जानिए कैसे काम करती है पोर्न इंडस्ट्री।
ऐसे होती है कमाई-
सेक्स टॉय डीलर्स से लेकर कई अन्य 'स्टार्स' भी डेटिंग से लेकर पॉर्न साइट से संपर्क साधते हैं। लोगों की नजर साइट के व्यूज और विजिटर्स पर भी रहती है। जिस साइट में ज्यादा ट्रैफिक दिखाई देता है उस साइट्स को विज्ञापनदाता अपनी फेवरेट लिस्ट में शामिल कर लेता है। जिस साइट का ट्रैफिक जितना ज्यादा होता है वही ज्यादा मुनाफे के साथ मार्केट का किंग बन जाता है।
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