क्या आप जानते हैं कि देश का पहला टीवी सीरियल कब बना था और इस सीरियल को किसने बनाया था? कहते हैं भारत में डेली सोप अवधारणा पश्चिम से आई थी। कोई इटली तो कोई स्पेन को इसका श्रेय देता है। लेकिन, जो भी हो, भारत में डेली सोप खूब पसंद किए जाते हैं। खास बात तो ये है कि देश के पहले टीवी सीरियल की शुरुआत, देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सिफारिश पर हुई थी। अब आप ये सोच रहे होंगे कि आखिर प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के दिमाग में ये आईडिया कैसे आया? तो चलिए आपको भारत में डेली सोप के शुरू होने की दिलचस्प कहानी से रूबरू कराते हैं।
देश का पहला सीरियल
देश का पहला सीरियल था 'हम लोग', जिसके बनने की कहानी इंदिरा गांधी के चौथे कार्यकाल से शुरू होती है। ये किस्सा है 1982 का। इस दौरान देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थीं और सूचना एवं प्रसारण मंत्री वसंत साठे थे। प्रधानमंत्री इंदिरा गांदी जब चौथी बार प्रधानमंत्री बनीं, तो उन्हें अहसास हुआ कि कुछ संवेदनशील मुद्दों का समाज के कोने-कोने तक पहुंचना जरूरी है। उस दौर में दूरदर्शन ही एकमात्र ऐसा साधन था, जिसके जरिए देश के कोने-कोने तक पहुंचा जा सकता था।
4 लोगों की टीम से शुरु हुआ शो
1981 में इंदिरा गांधी एक समिट में शामिल होने के लिए मेक्सिको गईं और यहीं से उन्हें सीरियल और डेली सोप के कॉन्सेप्ट का पता चला। तभी उनके दिमाग में टीवी सीरियल का आइडिया पनपा। इंदिरा गांधी ने इसके लिए लेखक मनोहर श्याम जोशी से संपर्क किया और दूरदर्शन के लिए एक सीरियल विकसित करने का काम सौंप दिया। इसके लिए चार लोगों की टीम बनाई गई, जिसमें डायरेक्टर सतीश गर्ग, स्क्रिप्ट राइटर पी कुमार वासुदेव को शामिल किया गया। एसएस गिल इस धारावाहिक के सिलसिले में मेक्सिको गए, अपनी जांच के बाद वापस आए तो शोभा डॉक्टर नाम की प्रोड्यूसर से मिले और फैमिली प्लानिंग पर शो बनाने का काम सौंप दिया।
भारत का पहला धारावाहिक था 'हम लोग'
एसएस गिल ने 25 स्क्रिप्ट राइटर्स और प्रोड्यूसर्स के साथ मीटिंग की और तय किया की एक डेली सोप बनाया जाएगा और इस तरह बना 'हम लोग'। यह भारत का पहला धारावाहिक था और इसका प्रसारण जुलाई 1984 में शुरू हुआ था। हम लोग को हफ्ते में 5 दिन प्रसारित किया जाता था। एक मध्यमवर्गीय परिवार के दैनिक मुद्दों को एक सामान्य भारतीय परिवार से जोड़कर दर्शकों के सामने परोसा गया। इस धारावाहिक के मुख्य आकर्षण बॉलीवुड स्टार अशोक कुमार थे। जो इस धारावाहिक के सूत्रधार थे।
व्यूअरशिप के मामले में कई धारावाहिकों को छोड़ा पीछे
जब 'हम लोग' ने दस्तक दी, भारत में अधिकतम लोगों के पास टेलीविजन नहीं था। फिर भी, यह धारावाहिक दर्शकों तक पहुंचा और दिल और दिमाग पर कब्जा करने में सफल रहा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस धारावाहिक ने अपने पीक के दौरान व्यूअरशिप बेहद शानदार थी। व्यूअरशिप के मामले में यह धारावाहिक बाद में आए कई प्रतिष्ठित शो से आगे थी। जिसमें महाभारत भी शामिल है।
बंद होने पर मचा बवाल
हम लोग की बात करें तो इस धारावाहिक में विनोद नागपाल, जयश्री अरोड़ा, सीमा पाहवा, राजेश पुरी, दिव्या सेठ, लवलीन मिश्रा, सुषमा सेठ जैसे अन्य कलाकार नजर आए थे। जब हम लोग प्रसारित हुआ तो यह भारतीय टेलीविजन पर छा गया। इसके संचालन के दौरान, अशोक कुमार और दूरदर्शन को पाठकों से करीब 40 लाख चिट्ठियां मिलीं। इतनी लोकप्रियता के बाद, 1985 में जब दूरदर्शन ने शो को बंद करने का फैसला किया, तो दर्शक नाराज हो गए। शो को जारी रखने की आस में लोगों ने खूब हंगामा भी किया, लेकिन आखिरकार 156 एपिसोड के बाद 'हम लोग' 17 दिसंबर 1985 को बंद हो गया।