Friday, December 12, 2025
Advertisement
  1. Hindi News
  2. गैलरी
  3. दुनिया
  4. PHOTOS: फिर धधक उठा किलाउआ ज्वालामुखी, फव्वारे की तरह निकला लावा

PHOTOS: फिर धधक उठा किलाउआ ज्वालामुखी, फव्वारे की तरह निकला लावा

Amit Mishra Edited By: Amit Mishra @AmitMishra64927 Published : May 27, 2025 01:21 pm IST, Updated : May 27, 2025 01:21 pm IST
  • दुनिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक हवाई द्वीप पर स्थित किलाउआ ज्वालामुखी ने एक बार फिर आग उगल रहा है। ज्वालामुखी विस्फोट में लावा के फव्वारे 1,000 फीट यानी करीब 300 मीटर की ऊंचाई तक आसमान में उठते देखे गए।
    Image Source : ap
    दुनिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक हवाई द्वीप पर स्थित किलाउआ ज्वालामुखी ने एक बार फिर आग उगल रहा है। ज्वालामुखी विस्फोट में लावा के फव्वारे 1,000 फीट यानी करीब 300 मीटर की ऊंचाई तक आसमान में उठते देखे गए।
  • अमेरिकी ज्वालामुखी सर्वेक्षण (USGS) की हवाई ऑब्जर्वेटरी के मुताबिक यह विस्फोट रविवार शाम 4:15 बजे (हवाई के मानक समय के मुताबिक) किलाउआ के हलेमाउमाउ क्रेटर में स्थित उत्तरी वेंट से शुरू हुआ।
    Image Source : ap
    अमेरिकी ज्वालामुखी सर्वेक्षण (USGS) की हवाई ऑब्जर्वेटरी के मुताबिक यह विस्फोट रविवार शाम 4:15 बजे (हवाई के मानक समय के मुताबिक) किलाउआ के हलेमाउमाउ क्रेटर में स्थित उत्तरी वेंट से शुरू हुआ।
  • उत्तरी वेंट में विस्फोट के लगभग एक घंटे बाद दक्षिणी वेंट भी सक्रिय हो गया, जहां से लावा के लगभग 230 फीट ऊंचे फव्वारे निकलने लगे। इस ज्वालामुखी में 23 दिसंबर 2024 के बाद से लगातार रुक-रुककर विस्फोट होते रहे हैं।
    Image Source : ap
    उत्तरी वेंट में विस्फोट के लगभग एक घंटे बाद दक्षिणी वेंट भी सक्रिय हो गया, जहां से लावा के लगभग 230 फीट ऊंचे फव्वारे निकलने लगे। इस ज्वालामुखी में 23 दिसंबर 2024 के बाद से लगातार रुक-रुककर विस्फोट होते रहे हैं।
  • विस्फोट से सिर्फ लावा ही नहीं बल्कि खतरनाक गैसें भी निकल रही हैं। ये गैसें वातावरण के साथ मिलकर ‘वोग’ नाम की जहरीली धुंध बनाती है जो इंसानों और जानवरों के लिए हानिकारक है।
    Image Source : ap
    विस्फोट से सिर्फ लावा ही नहीं बल्कि खतरनाक गैसें भी निकल रही हैं। ये गैसें वातावरण के साथ मिलकर ‘वोग’ नाम की जहरीली धुंध बनाती है जो इंसानों और जानवरों के लिए हानिकारक है।
  • किलाउआ ज्वालामुखी 1983 से लगातार सक्रिय रहा है। यह हवाई द्वीपों पर स्थित 6 सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है। यह ज्वालामुखी ना केवल वैज्ञानिकों के लिए एक शोध का केंद्र है, बल्कि हर साल हजारों पर्यटक हेलीकॉप्टर या विशेष गाइडेड टूर के माध्यम से इसके जीवंत विस्फोटों को देखने आते हैं।
    Image Source : ap
    किलाउआ ज्वालामुखी 1983 से लगातार सक्रिय रहा है। यह हवाई द्वीपों पर स्थित 6 सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है। यह ज्वालामुखी ना केवल वैज्ञानिकों के लिए एक शोध का केंद्र है, बल्कि हर साल हजारों पर्यटक हेलीकॉप्टर या विशेष गाइडेड टूर के माध्यम से इसके जीवंत विस्फोटों को देखने आते हैं।