टाइप 2 डायबिटीज, जो अब कम उम्र के लोगों में भी तेज़ी से बढ़ रहा है, अक्सर अपनी शुरुआत में कोई गंभीर लक्षण नहीं दिखाता, जिससे इसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है। हालाँकि, हमारा शरीर कुछ सूक्ष्म संकेत देता है जिन्हें पहचानकर हम इस स्थिति को शुरुआती चरण में ही पकड़ सकते हैं। इन शुरुआती लक्षणों को जानना बेहद ज़रूरी है।
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बार-बार पेशाब आना: यदि आप सामान्य से अधिक बार पेशाब करने जाते हैं, खासकर रात में, तो यह पॉलियूरिया का संकेत हो सकता है। किडनी रक्त से अतिरिक्त शुगर को बाहर निकालने के लिए ज़्यादा काम कर रही होती है, जिससे बार-बार बाथरूम जाना पड़ता है। यह डायबिटीज का एक प्रारंभिक संकेत है।
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लगातार प्यास लगना: क्या आपको हमेशा प्यास लगती है, चाहे आप कितना भी पानी पी लें? यह बार-बार पेशाब आने के कारण होने वाले डिहाइड्रेशन का परिणाम हो सकता है। जैसे-जैसे शरीर अधिक तरल पदार्थ खोता है, वह मस्तिष्क को अधिक पानी पीने का संकेत देता है, जिससे अत्यधिक प्यास महसूस होती है।
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बेवजह वज़न कम होना: बिना किसी प्रयास के अचानक वज़न कम होना एक खतरे का संकेत हो सकता है। जब आपका शरीर ऊर्जा के लिए ग्लूकोज़ का सही ढंग से उपयोग नहीं कर पाता, तो वह वसा और मांसपेशियों को तोड़ना शुरू कर देता है, जिससे अनायास वज़न कम होता है।
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थकान: हर समय थका हुआ महसूस करना डायबिटीज का एक आम लक्षण है। जब शरीर ऊर्जा के लिए ग्लूकोज़ का उपयोग नहीं कर पाता, तो थका हुआ और सुस्त महसूस हो सकता है।
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हाथों या पैरों में झुनझुनी या सुन्नता: अपने हाथ-पैरों में झुनझुनी या सुन्नता महसूस होना डायबिटिक का संकेत हो सकता है। यह लंबे समय तक उच्च रक्त शर्करा के स्तर के कारण होने वाली तंत्रिका क्षति का एक प्रकार है। यह अक्सर पैरों और हाथों से शुरू होता है और यदि रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित नहीं किया जाता है, तो समय के साथ बिगड़ सकता है।
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सूखी त्वचा और खुजली: खुजली वाली त्वचा डायबिटीज का संकेत हो सकती है। उच्च रक्त शर्करा का स्तर डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है, जिससे त्वचा शुष्क और चिड़चिड़ी हो सकती है। इसके अलावा, खराब रक्त संचार के कारण त्वचा को आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिल पाते, जिससे सूखापन और खुजली हो सकती है।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।