नई दिल्ली: चीन द्वारा अरूणाचल प्रदेश में छह स्थानों का नाम बदलने पर आपत्ति जताते हुए भारत ने आज कहा कि पड़ोसी देश के स्थानों का नाम बदल देने से अवैध कब्जा वैध नहीं हो जाता है।
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने इस मुद्दे पर कहा कि अरूणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा, पड़ोसी देश के स्थानों का नाम बदलने से अवैध कब्जा वैध नहीं बन जाता है।
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चीन ने कल घोषणा की थी कि पूर्वोत्तर राज्य में छह स्थानों के उसने मानकीकृत आधिकारिक नाम रखे हैं और इस भड़काऊ कदम को वैध कार्रवाई बताया था। चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत कहता है जबकि भारत का कहना है कि विवादित क्षेत्र अक्सई चिन क्षेत्र है, जिसे चीन ने वर्ष 1962 के युद्ध में कब्जा लिया था।
दलाई लामा के अरूणाचल दौरे पर आपत्ति जताने के बाद चीन ने यह कदम उठाया है।