नई दिल्ली: प्रेस काउंसिल के कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी ने कहा कि मीडिया में सरकार का दखल नहीं होना चाहिए। अभिव्यक्ति की आजादी अहम है। इमरजेंसी के दौरान मीडिया की आवाज दबाई गई। सरकार और मीडिया के बीच संवादहीनता नहीं होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि गलतियों से मीडिया का मूल्यांकन नहीं होना चाहिए।
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प्रधानमंत्री ने पत्रकारों की हत्या की घटना की निंद की और कहा कि यह मीडिया की निष्पक्ष आवाज को दबाने की कोशिश होती है। सच उजगर करनेवालों की हत्या बेहद निंदनीय और चिंताजनक विषय है। इस तरह की खबरें दर्दनाक हैं।
प्रधानमंत्री ने नेपाल भूकंप का जिक्र किया और कहा कि मीडिया की वजह से इस प्राकृतिक हादसे की जानकारी दूसरे देशों तक पहुंची। इससे राहत और बचाव में मदद मिली।
पीएम ने कहा कि जो टीवी पर दिखता है वैसा ही देश है, ऐसा नहीं हैं। इससे अलग भी कई चीजें हैं जिनपर नजर होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की नई पीढ़ी को मानवीय मूल्यों की रक्षा के लिए प्रेरणा दे सके।
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