कई साल से बन रहा था, चंद सेकेंड में गिरा
हैरानी की बात ये है कि ये फ्लाईओवर अब तक 9 बार डेडलाइन पार कर चुका है लेकिन फिर भी बन नहीं पाया। 2009 से पुल का निर्माण चल रहा था और 18 महीने में बनने वाला ये पुल 6 सालों तक तैयार नहीं हो पाया। जाहिर है ये पुल बनाने वाली कंपनी और सरकार की बड़ी लापरवाही है । सवाल ये भी है कि घटिया क्वालिटी के लोहे के बीम का इस्तेमाल कैसे हुआ इसकी जांच क्यों नहीं की गई। कोलकाता वालों को इस फ्लाईओवर पर चलना तो नसीब नहीं हुआ लेकिन बदनसीबी देखिए कि आज ये फ्लाईओवर मौत बनकर टूट पड़ा।
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