नई दिल्ली. राजस्थान में सियासी ड्रामा जारी है। अशोक गहलोत के समर्थन में आए विधायकों को रिसार्ट में शिफ्ट कर दिया गया है। सूत्रों से खबर ये भी है कि हालात को संभालने के लिए खुद गांधी परिवार ने अब पहल की है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दोनों ने ही सचिन पायलट से बातचीत की है।
सूत्रों ने अनुसार, कांग्रेस पार्टी के नेताओं को यह नहीं लगता कि जितने विधायकों का सचिन पायलट दावा कर रहे हैं, उतने उनके साथ हैं। ऐसे में अगर सचिन पायलट अपनी पार्टी भी बनाते हैं तो उनकी विधायकी भी चली जाएगी। सभी नेताओं ने सचिन पायलट से उनकी जायज मांगे पूछी हैं, जिन्हें पूरा किया जा सके।
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हालांकि कांग्रेस के कुछ नेताओं का कहना है कि सचिन पायलट की तरफ से अभी कोई मांग नहीं रखी गई है, पार्टी के कुछ और वरिष्ठ नेता उनसे संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं। अभीतक सचिन पायलट द्वारा सिर्फ अपने साथ हुए अन्याय की बात कही गई है।
पायलट ने रविवार को गहलोत के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल लिया था और दावा किया था कि उनके पास 30 से अधिक विधायकों का समर्थन है और अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में आ चुकी है। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पायलट से बात की है और उनसे कहा है कि वे मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावत नहीं करें। उन्हें उनकी चिंताओं को दूर करने का विश्वास भी दिलाया गया है। सूत्रों के अनुसार, राहुल-प्रियंका गांधी के अलावा अहमद पटेल, पी चिदंबरम और केसी वेणुगोपाल ने भी उनसे संपर्क किया है।