चेन्नई। सुपरस्टार रजनीकांत ने कहा है कि कुछ लोग उन्हें भगवा रंग में रंगना चाहते है और कुछ इसी तरह का प्रयास वे संत तिरुवलुवर के साथ कर चुके हैं, लेकिन सच्चाई यही है कि न संत तिरुवलुवर और न ही मैं (रजनीकांत) उनके जाल में नहीं फंसेगे। रजनीकांत ने कहा कि मीडिया में इस तरह दिखाने का प्रयास हो रहा है कि मैं भारतीय जनता पार्टी का आदमी हूं, लेकिन यह सच्चाई नहीं है, कोई भी राजनीतिक दल किसी के भी व्यक्ति को अपने में शामिल करने पर खुश होता है, लेकिन इसका फैसला (BJP में शामिल होने का) मुझे ही करना है।
रजनीकांत ने कहा कि संत तिरुवलुवर को भगवा चोला पहनाना उनका एजेंडा है, लेकिन यह बेकार मुद्दा है। उन्होंने कहा कि इससे बढ़कर भी कई मुद्दे हैं जिनके ऊपर चर्चा होनी चाहिए। अयोध्या के मामले पर आने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर रजनीकांत ने जनता से शांत रहने और न्यायालय का फैसला मानने की अपील की है।
संत तिरुवलुवर एक महान तमिल कवि और दार्शनिक थे, उन्होंने तमिल साहित्य के लिए अहम योगदान दिया है। उन्हें दक्षिण भारत का कबीर भी कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि शैव, वैष्णव, बौद्ध तथा जैन सभी तिरुवलुवर अपना अनुयायी मानते हैं। हाल के दिनों में तमिलनाडू की राजनीति में संत तिरुवलुवर के नाम की खूर चर्चा हो रही है। तमिलनाडू के राजनीतिक दल संत तिरुवलुवर को अपने साथ जोड़कर देख रहे हैं।