नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी में पिछले कई दिनों से चल रही उथल-पुथल और भारी खींचतान के बीच आज उस वक्त नया मोड़ आ गया जब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी माने जानेवाले यूपी कैबिनेट के मंत्री पवन पांडे को पार्टी से छह साल के निष्कासित कर दिया गया। पवन पांडे यूपी कैबिनेट में वन राज्य मंत्री हैं। उन पर मुख्यमंत्री निवास में एमएलसी आशु मलिक को पीटने का आरोप है। आशु मलिक उनके खिलाफ FIR दर्ज कराई थी।
पार्टी ऑफिस में एक प्रेस कांफ्रेंस कर सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल ने इसकी जानकार दी। उन्होंने कहा, “तेजनारायण पांडे उर्फ़ पवन पांडे राज्य मंत्री को एमएलसी आशु मलिक के साथ मारपीट करने, अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने की वजह से पार्टी से 6 साल के निष्कासित किया जाता है।”
शिवपाल यादव ने एक बार फिर साफ किया कि समाजवादी पार्टी में कोई विवाद नहीं है। ना तो पार्टी में और ना ही परिवार में कोई मतभेद हैं, हम सब एक हैं। उन्होंने कहा कि गुंडागर्दी करनेवाले लोग पार्टी में नहीं रहेंगे। शिवपाल ने कहा कि उन्होंने पवन पांडे को यूपी कैबिनेट से भी बर्खास्त करने की अपील की है।
गौरतलब है कि लगातार अखिलेश समर्थकों को पार्टी से निकाला जा रहा है। पहले यूथ विंग के अध्यक्षों को फिर एमएलसी उदयवीर सिंह को पार्टी से निकाला गया। सोमवार को रामगोपाल यादव को 6 साल के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। अब मंत्री पवन पांडे पर गाज गिरी है।